स्वस्थ्य विभाग पर चम्पारण के किसान द्वारा रचित भोजपुरी कविता
कविता
कोरोना के आईला से जान गईल त गईल भाई । वर्षो से स्वास्थ्य विभाग के लचर व्यवस्था की पोल खुल गईल भाई। पोल खुल गईल भाई ।।
कोरोना के आईला से जान गईल त गईल भाई। वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में होत रहल दवाईयों की कालाबाजारी की पोल खुल गईल भाई।
पोल खुल गईल भाई।। कोरोना के आईला से जान गईल त गईल भाई ।
स्वास्थ्य विभाग के ईमानदारी के पोल खुल गईल भाई । पोल खुल गईल भाई ।।
कोरोना के आईला से जान गईल त गईल भाई । स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था की पोल खुल गईल भाई पोल खुल गईल भाई।।
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