स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा देने में चम्पारण की भूमि स्तुत्य है-प्रो. संजीव कुमार शर्मा
केविवि में गांधी जयंती पर आयोजित हुआ विभिन्न कार्यक्रम
मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विवि में गांधी जयंती के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन की गई। शुभारंभ शनिवार को गांधी भवन, बनकट स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माननीय कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा एवं प्रति कुलपति प्रो. जी. गोपाल रेड्डी एवं अन्य गणमान्य लोगों द्वारा माल्यार्पण, प्रार्थना एवं भारतीय परंपरा के अनुसार दीप प्रज्वलन से हुई ।
विभिन्न कार्यक्रमों की अध्यक्षता कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति ने सर्वप्रथम महात्मा गांधी की 152 वीं जयंती एवं भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती को स्मरण करते हुए सबको बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी न्याय और लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने वाले व्यक्ति थे। गांधी जयंती हम सभी को अच्छे और नेक बनने के लिए प्रेरित करता है। यह दिन बापू के विचारों को आत्मसात करने का यह एक सुनहरा अवसर भी प्रदान करता है। प्रो. शर्मा ने कहा कि चंपारण की भूमि महात्मा गांधी के प्रारंभिक सफलता की प्रयोगशाला भी है। स्वतंत्रता आंदोलन में भारतीय राजनीति को एक दिशा प्रदान करने में चम्पारण की भूमि स्तुत्य है। अंत में उन्होंने प्रतिभागियों एवं मार्गदर्शन में लगे शिक्षकों, विद्यार्थियों, शोधार्थियों और शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम में माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के बाद गांधी जी के प्रिय भजन 'वैष्णव जन तो तेने कहिए..' , 'रघुपति राघव राजा राम..' , ' ठुमक चलत राम चन्द्र...' , ' मैं तो राम रतन धन..' और ' श्री राम चन्द्र कृपाल भजन... ' गाकर स्वेता (एम. ए अंग्रेज़ी), प्रियम (बी. कॉम ) और सुप्रभा डी द्वारा गायन की सुंदर और मनमोहक प्रस्तुति की गई । कार्यक्रम की अगली प्रस्तुति में ' नील विजय ' नामक नाटक का मंचन हुआ, जो महात्मा गांधी के चंपारण यात्रा तथा अंग्रेजों द्वारा किसानों पर थोपा गया नील कि खेती (तीनकठिया प्रथा) पर आधारित था। जिसमें ज्योत्सना, अपूर्वा, स्वेता और उनके अन्य विद्यार्थियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का संचालन अंग्रेज़ी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. बिमलेश कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम के द्वितीय चरण में प्रातः 10 बजे से गांधी अध्ययन विभाग द्वारा पोस्टर , भाषण तथा निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता गांधी एवं शान्ति अध्ययन विभाग के अध्यक्ष प्रो. सुनील महावर ने किया। पोस्टर प्रतियोगिता में कुल 10 छात्रों ने भाग लिया। प्रतिभागियों का मूल्यांकन तीन सदस्यीय जज (पैनल) द्वारा किया गया। पोस्टर प्रतियोगिता का मूल्यांकन प्रो. सुनील कुमार श्रीवास्तव, डॉ दिनेश व्यास एवं डॉ रश्मि श्रीवास्तव ने की। निबन्ध प्रतियोगिता का मूल्यांकन प्रो. राजेन्द्र सिंह और डॉ. बिमलेश कुमार सिंह द्वारा किया गया। निबन्ध लेखन में कुल तेरह विद्यार्थियों ने भाग लिया। भाषण प्रतियोगिता का मूल्यांकन अर्थशास्त्र के डॉ के .सी प्रधान , राजनीति विज्ञान के डॉ. नरेंद्र आर्य तथा प्रबंध विज्ञान विभाग की डॉ. अलका लहलहा ने की। इसमें कुल 10 छात्रों ने भाग लिया। अंत में गांधी एवं शांति अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. सुनील माहवार ने गांधी के मूल्यों पर प्रकाश डाला एवं आभार प्रकट किया।
उक्त सभी कार्यक्रम गांधी भवन, बनकट में आयोजित हुए। कार्यक्रम में ओएसडी प्रशासन प्रो. राजीव कुमार, प्रो. प्रणवीर सिंह, प्रो. पवनेश कुमार, प्रो. प्रसून दत्त सिंह, प्रो. राजेन्द्र सिंह बड़गूजर, प्रो. अजय कुमार सिंह, प्रो. बृजेश पाण्डेय, डॉ. अंजनी कुमार झा , प्रो. त्रिलोचन सिंह , डॉ. नरेंद्र सिंह पीआरओ शेफालिका मिश्रा सहित विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शोधार्थी, विद्यार्थी और कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- एकता कुमारी और चैतन्य कुमार
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