भारत का संविधान जन आकांक्षाओं की सामूहिक अभिव्यक्ति है : राष्ट्रपति

भारतीय संविधान में समग्र की भावनाओं का ख्याल रखा गया: प्रधानमंत्री
मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' प्रकोष्ठ के अंतर्गत संविधान दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के पंडित राजकुमार शुक्ल सभागार, चाणक्य परिसर में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में ओएसडी एडमिन प्रो. राजीव कुमार , छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. आनंद प्रकाश और मुख्य नियंता प्रो. प्रणवीर सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संयोजन प्रो. रफीक उल इस्लाम, समन्वयक, 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत प्रकोष्ठ' ने किया।
            कार्यक्रम में संसद भवन में हो रहे कार्यक्रम को संसद टीवी के माध्यम से राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष, संसदीय कार्य मंत्री और प्रधानमंत्री का अभिभाषण को सभागार में टीवी के माध्यम से सजीव प्रसारण देखा एवं सुना गया। जिसमें विश्वविद्यालय के शिक्षको, अधिकारियों विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति रही।
                                   महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश को संबोधित करते हुए संविधान के महत्व और उसके निर्माण में स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा दिए योगदान को याद किया और संविधान की सर्वोच्चता को बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने संविधान सभा की चर्चाओं का डिजिटल संस्करण, संविधान की सुलेख की प्रति का डिजिटल संस्करण और अद्यतन संविधान का डिजिटल संस्करण जारी किया तथा इसके अलावा ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी का शुभारंभ किया। 
                     कार्यक्रम में माननीय प्रधानमंत्री ने सभा में 26/11 की घटना को याद करते हुए कहा कि आज हमारे लिए दुखद दिवस का भी दिन है। जिसमें हमारे वीर जवानों ने आतंकवादियों से लोहा लेते हुए अपने आप को सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने संविधान दिवस को मनाने की अपील कि ताकि यह पहचान हो सके कि जो हम कर रहे हैं वह सही है या गलत है । ऐसा करके हमें हर साल खुद का मूल्यांकन करना चाहिए।
                 इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष माननीय ओम बिरला ने भी सभा को संबोधित किया तथा उन्होंने बताया कि संविधान जनता की आशाओं, अपेक्षाओं और उम्मीदों को पूर्ण करने का मार्ग प्रशस्त करता है।

         कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी शिक्षकों, अधिकारियों, विद्यार्थियों और कर्मचारियों ने संविधान की शपथ लेते हुए उद्देशिका को पढ़ा। कार्यक्रम में प्रो. बृजेश पाण्डेय, प्रो. अजय कुमार , प्रो. राजेन्द्र सिंह एवं प्रो.प्रसून दत्त सिंह सहित एक भारत श्रेष्ठ भारत सेल के सदस्यों और विभिन्न विभागों के शिक्षकों की सक्रिय सहभागिता रही।

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