सुरक्षित इंटरनेट दिवस पर ऑनलाइन सेमिनार विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग ने किया आयोजन

डिजिटल साक्षरता और जागरूकता  है जरूरी- प्रो. मुकुल 
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग द्वारा कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य की  प्रेरणा से मंगलवार को सुरक्षित इंटरनेट दिवस के अवसर पर सुरक्षित इंटरनेट: सामाजिक आवश्यकता और महत्व विषयक ऑनलाइन सेमिनार  का आयोजन किया गया। 
बतौर मुख्य अतिथि जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो० मुकुल श्रीवास्तव ने कहा कि आज इन्टरनेट हम सबके जीवन का अहम हिस्सा हो गया है. भारत में इंटरनेट के उपयोगकर्ताओं की  संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. मल्टीमीडिया मोबाइल लोगों के हाथों में है जिससे वह दुनिया की सैर कर रहे है लेकिन हमारे देश की बहुत बड़ी आबादी को उसके सुरक्षित प्रयोग की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि इन्टरनेट के सही और सुरक्षित उपयोग के लिए  डिजिटल साक्षरता और जागरुकता  दोनों को बढ़ाना होगा. 
उन्होंने कहा कि आज इन्टरनेट के जरिए साइबर अपराधों की बाढ़ आ गई है. नित नए मामले सामने आ रहे है. साइबर अपराधी पकड़े भी जा रहे है लेकिन पुलिस के पास संसाधनों की कमी की वजह से बहुत सारे मामलों में कोई एक्शन नहीं हो पाता.  
उन्होंने इन्टरनेट और निजता पर अपनी बात रखते हुए कहा कि मोबाइल के बहुत सारे एप्लीकेशन और कई वेबसाइट हमारी निजता में सेंधमारी कर रही  है जिसकी जानकारी तक हमें नहीं होती है. उन्होंने कहा कि हम सुविधा के नाम पर अपनी निजता से समझौता कर रहे है. 
प्रश्नोत्तरी सत्र में प्रो. मुकुल ने इन्टरनेट सुरक्षा और प्रयोग से जुड़ें प्रतिभागियों के सवालों का जवाब दिया. वेबिनार के समन्वयक विभाग के अध्यक्ष डॉ. मनोज मिश्र ने मुख्य अतिथि  का स्वागत किया. कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने संचालन एवं डॉ. सुनील कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया. इस अवसर पर प्रो. मानस पांडेय, प्रो. वी डी शर्मा, प्रो. देवराज, प्रो. राजेश शर्मा, डॉ. विजेंदु चतुर्वेदी, डॉ राजेश कुशवाहा, डॉ. सतीश जैसल,  डॉ प्रमोद यादव, डॉ प्रमोद कुमार,  डॉ. चंदन सिंह, डॉ. अवध बिहारी सिंह,डॉ श्याम कन्हैया सिंह, शशिकांत यादव, डॉ मिथिलेश यादव, डॉ. पुनीत धवन, डॉ. रिचा शर्मा समेत देश के विभिन्न भागों से प्रतिभागी जुड़ें.

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