रचनात्मक उत्पादकता में निहित है एजुकेशन 4.0 का सार : डॉ० जॉय
एस०एम०एस० में आयोजित साथ दिवसीय एफ०डी०पी० का हुआ समापन
गेमिंग गतिविधियों के माध्यम से शिक्षकों ने सीखा नई तकनीक आधारित शिक्षण पद्धति का गुण
वाराणसी, 22 अगस्त: स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट साइंसेज, वाराणसी में आयोजित सात दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम "फैकल्टी प्रेपयर्डनेस टुवर्ड्स एजुकेशन 4.0" के अंतिम दिन समापन सत्र का आयोजन किया गया I समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि कोचीन विज्ञान व तकनीकी विश्वविद्यालय के डॉ० मनु मेल्विन जॉय उपस्थित रहे I उन्होंने शिंक्षण और सीखने की प्रक्रिया को गेमिंग गतिविधियों के माध्यम से मनोरंजक व प्रभावशाली बनाने के लिए जोर देते हुए कहा कि आज भी हार्ड वर्क स्मार्ट वर्क की अपेक्षा कहीं असरदार है I आभासी वास्तविकता के इस दौर में जरूरी है कि शिक्षक टेक्नोफ्रेंडली होने के साथ साथ रचनात्मक उत्पादकता को बढ़ावा दें I इंडस्ट्री और शिक्षा के सबसे नवीनतम संस्करण 4.0 की उपयोगिता को रेखांकित करते हुए डॉ० जॉय ने कहा कि निःसंदेह तकनीकी कौशल, रचनात्मकता और नये अवसरों की प्रचुरता ही आने वाले समय में इसकी महत्ता प्रमाणित करेंगे I इसलिए यह हम सभी के लिए चुनौती और अवसर है कि 4.0 से जितनी जल्दी हो तादात्म्य स्थापित कर लें I एफ०डी०पी० के आठवें व नौवें सत्र में प्रोफ़ेसर जॉय ने सहभागियों से गेमिंग आधारित विभिन्न गतिविधियों को भी कराया जिसमें तार्किक क्षमता, विश्लेषणात्मक समझ, भाषा ज्ञान, तकनीकी कौशल, विचार संबंधी गेमिंग गतिविधियां शामिल थीं I
समापन सत्र को सम्बोधित करते हुए एस०एम०एस० के निदेशक प्रो० पी० एन० झा ने कहा कि इस एफ०डी०पी० के आयोजन से निश्चित ही शिक्षक बदलते हुए परिवेश में नयी शिक्षण पद्धति व तकनीक से लाभान्वित हुए होंगे I छात्र-शिक्षक संवाद और आपसी समझ को विकसित करने का आह्वान करते हुए प्रो० झा ने कहा कि शिक्षा का नवीनतम संस्करण जितना तकनीकी है उतना ही संवेदना से भी परिपूर्ण है I इसलिए इस संयोजन का शिक्षकों द्वारा अपनाया जाना स्व-विकास के साथ साथ देश हित में भी है I
सात दिवसीय एफ०डी०पी० के आठवें व अंतिम सत्र का संचालन डॉ० वीरेश त्रिपाठी व डॉ पूर्वा सबणिस ने किया I धन्यवाद ज्ञापन डॉ० अमिताभ पांडेय ने दिया I इस अवसर पर एस०एम०एस० के अधिशासी सचिव डॉ० एम० पी० सिंह, निदेशक प्रो० पी० एन0 झा, कुलसचिव श्री संजय गुप्ता, डॉ० पल्लवी पाठक सहित समस्त शिक्षकगण व कर्मचारी मौजूद रहे I
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