चित्रकला भावाभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम-कुलपति
-केविवि स्थापना दिवस समारोह 2022 का हवन-यज्ञ से विधिवत शुभारम्भ
-स्वरचित काव्य पाठ का हुआ आयोजन
मोतिहारी। महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह 2022 की विधिवत शुरुआत विश्वविद्यालय के चाणक्य परिसर, जिला स्कूल में हवन-यज्ञ से हुई। मुख्य यजमान के रूप में कुलपति प्रो. आनंद प्रकाश शामिल हुए। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन-यज्ञ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के संयोजक संस्कृत विभाग के सह-आचार्य डॉ. श्याम कुमार झा थे। हवन -यज्ञ में विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, विद्यार्थी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।
स्थापना दिवस समारोह के उपलक्ष्य में दिन का दूसरा कार्यक्रम चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन चाणक्य परिसर में कुलपति प्रो. आनंद प्रकाश की अध्यक्षता में हुई। जिसके संयोजक कम्प्यूटर साइंस के सहायक आचार्य डॉ. विपिन कुमार थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. आनंद प्रकाश ने कहा कि चित्रकला भावाभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है। इसमें एकाग्रता, कलात्मकता और सूक्ष्म दृष्टि का विशेष महत्व है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रतियोगिता के लिए शुभकामनाएं देते हुए उत्साहवर्धन किया।
प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों का चुनाव निर्णायक मंडल के द्वारा किया गया। जिसमें प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
कार्यक्रमों के आयोजन की श्रृंखला में तीसरा आयोजन स्वरचित काव्य पाठ प्रतियोगिता गाँधी भवन बनकट में हुआ। प्रतियोगिता में 17 प्रतिभागियों ने विभिन्न समसामयिक विषयों पर अपनी स्वरचित रचना पाठ प्रस्तुत किए। स्वरचित काव्य पाठ प्रतियोगिता की अध्यक्षता डॉ. बिमलेश कुमार सिंह ने की। निर्णायक मंडली में डॉ. मुकेश कुमार, विभागाध्यक्ष शैक्षणिक अध्ययन विभाग ,डॉ. रश्मिता, सहायक आचार्या, समाजशास्त्र विभाग, डॉ. आशा मीणा, सहायक आचार्या, हिंदी विभाग एवं डॉ. श्रीधर सत्यकाम, सहायक आचार्य अर्थशास्त्र विभाग थे। संयोजन डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव एवं डॉ. रश्मि श्रीवास्तव ने किया।
स्वरचित काव्य पाठ प्रतियोगिता मे पहला स्थान मनीष कुमार 'दिवाकर 'शैक्षिक अध्ययन विभाग, दूसरा स्थान पल्लवी कुमारी, मीडिया अध्ययन विभाग और तीसरा स्थान अर्चना कुमारी, शैक्षिक अध्ययन विभाग को मिला। कार्यक्रम के आयोजन में संस्कृत विभाग के सह आचार्य डॉ. श्याम कुमार झा, सहायक आचार्य डॉ. बबलू पाल सहित विभिन्न विभागों के शिक्षक, अधिकारी और विद्यार्थियों का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।
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