Posts

Showing posts from December, 2022

कोरोनावायरस महामारी से भारत के लोगों को बचाने के लिए सुझाव

Image
कृषक विकास समिति अध्यक्ष उमाशंकर प्रसाद पीएम नरेन्द्र मोदी एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार  का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा है कि वर्तमान में चीन तथा कई देशों में  कोरोनामहामारी तेजी से फैलने का समाचार मिल रहा है जो भारत के लिए चिंता का विषय बन रहा है‌  भारत में कोरोनावायरस महामारी अधिक फैलने से  पहले  सावधान रहना चाहिए ?  तथा यह भी कहना है कि   भारत से सटे नेपाल राज्य  के रास्ते से चीनी तथा कई देशों से   कोरोनावायरस महामारी से पिड़ित नागरिक तथा यात्रीगण  बे रोक टोक जांच के बिना भारतीय  सीमा में आसानी  प्रवेश कर रहे हैं  जिससे बिहार के साथ सम्पूर्ण भारत में कोरोनावायरस  महामारी  फैलने का संदेह है   अतः सुझाव के साथ निवेदन है कि   विदेश से आने वाले देशी  - विदेशी नागरिकों - यात्रियों का  कोरोनावायरस    की पूर्ण जांच करके  भारत में प्रवेश की अनुमति दिया जाय ताकि भारत में कोरोनावायरस महामारी फैलने से पहले रोका जा सके।

पत्रकार के साथ समाज सुधारक रहे महामना

Image
वाणिज्य विभाग, महात्मा गांधी केंद्रीय विवि में संगोष्ठी आयोजित  मोतिहारी। महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की 161वीं जयंती पर पंडित मदन मोहन मालवीय वाणिज्य एवं प्रबंधन विज्ञान संकाय, महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के तत्वावधान में सोमवार को महामना के राष्ट्र निर्माण में भूमिका पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ अभय विक्रम सिंह, सहायक प्राध्यापक, गांधी एवं शांति अध्ययन विभाग, स्वागत भाषण डॉ. अंजनी कुमार झा, विभागाध्यक्ष मीडिया अध्ययन विभाग और अध्यक्षता प्रो. शिरीष मिश्र, अधिष्ठाता, स्कूल ऑफ प्रबंधन ने किया। जबकि कार्यक्रम का संचालन डॉ कमलेश कुमार , सहायक प्राध्यापक वाणिज्य ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सपना सुगंधा, सह प्राध्यापक, प्रबंधन विभाग ने किया । कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रबंधन और वाणिज्य विभाग के विद्यार्थी मौजूद थे।     मुख्यवक्ता डॉ. अभय विक्रम सिंह ने महामना के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महामना ने पत्रकारिता और समाज सुधारक के रूप में राष्ट्र निर्माण के काफी कार्य किया है, तथा उनके पदचिन्हों पर चलने की बात

नियम व नियमावली का उचित ख्याल रखें, पूरी शोध यात्रा के दौरान

Image
मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी के राजनीति विज्ञान विभाग में विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसका विषय अनुसंधान पद्धति (उद्धरण एवं साहित्यिक चोरी) रहा। विशेष व्याखान का शुभारंभ राजनीति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्षा डॉ सरिता तिवारी की अध्यक्षता में संपन्न हुआl डॉ सरिता तिवारी ने कहा कि नियम एवं नियमावली का उचित ख्याल अपनी पूरी शोध यात्रा के दौरान शोधार्थी को करना चाहिए । शोधार्थी अपने शोध कार्य को मूल्य आधारित बनाने का संकल्प लेते हैं तो साहित्यिक चोरी जैसे अनैतिक कदम उठाने की आशंका नहीं होती है। आज के कार्यक्रम के मुख्य वक्ता चौधरी चरण सिह विश्वविद्यालय,मेरठ के राजा महेन्द्र प्रताप सिह केन्द्रीय पुस्तकालय के सह पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ जमाल अहमद सिद्दीकी के द्वारा उद्धरण एवं साहित्यिक चोरी विषय पर विशिष्ट व्याख्यान दिया गया । डा सिद्दीकी ने अपने व्याख्यान के अंतर्गत बताया कि शोधार्थी किस प्रकार अपने शोधकार्यों मे साहित्यिक चोरी से बच सकते हैं और एक अच्छा शोध कार्य कर सकते हैं जो समाज और राष्ट्र की उन्नति मे सहायक सिद्ध होगा । डा सिद्दीकी ने शोधार्थि

जी-20 की अध्यक्षता से बढ़ेगा भारत का वैश्विक प्रभाव:- प्रो अरविन्द

Image
मोतिहारी। महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो आनंद प्रकाश की अध्यक्षता में G20 भारत विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ असलम खान ने विषय की भूमिका पर बोलते हुए कहा कि जी-20 की अध्यक्षता  सिर्फ भारत को एक वैश्विक संवाद का मंच प्रदान ही प्रदान नहीं करेगी अपितु भारत के वसुधैव कुटुंबकम के मंत्र को वैश्विक पटल पर स्थापित करेगी।         विशिष्ट वक्ता के रूप देश के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के प्रख्यात विद्वान सह जेएनयू नई दिल्ली के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो अरविन्द ने कहा कि जी-20 की अध्यक्षता न सिर्फ भारत के वैश्विक छवि को मजबूत करेंगी बल्कि विकसित एवं विकासशील देशों के बीच के विषयों पर वैश्विक मध्यस्थता हेतु भारत को नेतृत्व प्रदान करने का कार्य करेगी साथ ही आर्थिक,सामरिक,कूटनीतिक एवं पर्यावरण संबंधी विषयों पर भारत की वैश्विक चिंता एवं समाधान को भी रेखांकित करेगी।  अपने सम्बोधन में माननीय कुलपति प्रो. आनंद प्रकाश ने गाँधी की वैचारिक प्रासंगिकता को रेखांकित करते हुए जी-20 के विषयों पर भारत को गाँधी दर्शन से चिंतन की जरूरत पर बल दिया। साथ ह

केंद्रीय विश्वविद्यालय में सामुदायिक रेडियो - बे आवाजों की आवाज विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन

Image
मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के मीडिया अध्ययन विभाग में सामुदायिक रेडियो - बे आवाजों की आवाज विषय पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई। कार्यक्रम का संयोजन स्नातक तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने किया।  कार्यक्रम की रूपरेखा रखते हुए अपने स्वागत उद्बोधन में कार्यक्रम निदेशक डॉ साकेत रमण, असिस्टेंट प्रॉक्टर ने सभी का अभिनंदन किया। डॉ रमण ने बताया कि आज मुख्यधारा की मीडिया में समाज के वंचितों, पिछड़े, आदिवासियों की चर्चा नहीं होती। अगर होती है तो बहुत कम। ऐसे में सामुदायिक रेडियो सही मायनों में बे आवाजों की बुलंद आवाज बनकर उभरा है। यह माध्यम अपने चरित्र में लोकतांत्रिक है और समाज को दिशा देने में सार्थक भूमिका निभाने में समर्थ है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ अंजनी कुमार झा ने समाज में कम्युनिटी रेडियो की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए इस दिशा में सार्थक पहल की सराहना की और कहा कि विभाग शीघ्र ही कम्युनिटी रेडियो शुरू करने के लिए नियमानुसार प्रयास करने जा रहा है। कार्यक्रम में सहायक आचार्य डॉ परमात्मा कुमार मि

साहित्य अकादमी ने दी डॉ. झा को अखिल भारतीय पुरस्कार

Image
मोतिहारी। साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा डॉ. अंजनी कुमार झा को अखिल भारतीय कृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। साहित्य अकादमी द्वारा कैलेंडर वर्ष 2020 के लिए 13 अखिल भारतीय तथा 15 प्रादेशिक कृति पुरस्कारों की घोषणा की गई । इस अखिल भारतीय पुरस्कार के तहत डॉ. अंजनी कुमार झा को एक लाख रुपए की पुरस्कार राशि भी दी जाएगी। डॉ. झा को यह पुरस्कार अखिल भारतीय विष्णु प्रभाकर (आत्मकथा-जीवनी) के तहत अटल बिहारी वाजपेयी पर केंद्रित पुस्तक के लिए दिया गया है।  वर्तमान में डॉ. झा महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के मीडिया अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं।  डेढ़ दशक से अधिक का शिक्षण अनुभव तथा नवभारत, स्वदेश, दैनिक भास्कर सहित विभिन्न समाचारपत्रों में कार्यकारी संपादक और समाचार समन्वयक आदि पदों पर कार्य करने का आपको व्यावसायिक अनुभव है। डॉ. अंजनी कुमार झा प्रिंट मीडिया और विकास संचार में विशेषज्ञ हैं। डॉ. झा ने प्रतिष्ठित पीयर रिव्यूड जर्नल्स में 40 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित और 60 सेमिनारों/वेबीनार/संगोष्ठियों में शोध पत्र प्रस्तुत किए हैं तथा 23