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Showing posts from December, 2021

प्रो. शर्मा लगातार छठी बार इप्सा के महासचिव और कोषाध्यक्ष चुने गए

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मोतीहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा लगातार छठी बार इंडियन पॉलिटिकल साइंस असोसिएशन (इप्सा) के महासचिव और कोषाध्यक्ष चुने गए है। इप्सा लगातार प्रो. शर्मा के अनुभवों और राजनीति विज्ञान की उनकी ज्ञान से लाभान्वित हो रही है। प्रो. शर्मा राजनीति विज्ञान के विशेषज्ञ भी हैं जिनके विचारों तथा अनुभवों के माध्यम से संगठन नई ऊंचाइयों को छू रही है और अपने उद्देश्य को नई पहचान दे रही है। प्रो. शर्मा कई भाषाओं के जानकार हैं और भविष्य के सृजन को भाप लेने की अद्भुत क्षमता हैं। आपकी दूरदर्शिता ने इप्सा के विचारों और सिद्धांतों को चारों दिशाओं में बिखेर रही है। इससे इप्सा को काफी मजबूती मिली है। वही 2022 के लिए इप्सा के अध्यक्ष प्रो. शांतिश्री पंडित, उपाध्यक्ष प्रो. मनोज दीक्षित एवं प्रो. गीतांजलि दास और संपादक गुव्वा राम रेड्डी को चुना गया। कार्यकारी समिति के सदस्य के रूप में प्रो. विवेक मिश्रा, प्रो. अंजना गर्ग, प्रो. ज्योतिराज पाठक, प्रो. हरीश ठाकुर, प्रो. राम सिंह, प्रो. मुज्जफर अस्सादी, डॉ. करुणा सिंह, डॉ. स्वदेश सिंह, डॉ नम्रता कोठारी, डॉ. ब

चैनपुर खंडवा हत्याकांड के दोषियों को जल्द सजा और परिजन को दस लाख व नौकरी भुगतान करें –अभिजीत सिंह

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ढाका।  जन अधिकार पार्टी के पूर्व प्रत्याशी एवं प्रवक्ता अभिजीत सिंह पीड़ित परिवार स्वर्गीय रमेश दास के पिता राम बाबू दास से मुलाकात की एवं आर्थिक मदद किया। इन्होंने उच्च अधिकारियों से फोन पर बात किया और इस केस को फास्ट्रेक चला कर अति शीघ्र दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा की मांग किए। पीड़ित परिवार को दस लाख आर्थिक मदद एवं एक सरकारी नौकरी दी जाए। श्री सिंह ने वर्तमान सरकार पर भी कई आरोप लगाए अभिजीत सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार केवल दारू एवं गाड़ियों के हेलमेट और सीट बेल्ट चेक करने में व्यस्त है । आज बिहार वासी अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं । पंचायत चुनाव के बाद की ही ये सातवी घटना है ।जब किसी प्रतिनिधि के घर के किसी सदस्य एवं प्रतिनिधियों की हत्या कर दी गई है।   अभिजीत सिंह ने कहा कि प्रशासन को क्राइम रोकने के ऊपर काम करना चाहिए जो कि बिल्कुल नहीं कर रही हैं। मुख्यमंत्री समाज सुधार यात्रा पर निकले हैं और यहां जनप्रतिनिधि एवं उनके परिवार ही सुरक्षित नहीं है।

शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास समर्पित कार्यकर्ताओं का संगठन : अतुल कोठारी

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न्यास की राष्ट्रीय प्रांत संयोजक बैठक का शुभारंभ न्यास के प्रांत संयोजकों की जिम्मेदारी दोहरी होती है। वे केंद्रीय कार्यालय और स्थानीय कार्यकर्ताओं के बीच की कड़ी है। प्रांत संयोजक को न्यास के उद्देश्य और कार्य योजना की जानकारी होना चाहिए, उन्हें कार्यकर्ताओं को समझना और अपनी बात समझाना आना चाहिए। यह उद्गार न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी ने न्यास की राष्ट्रीय प्रांत संयोजक बैठक को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। प्रांत संयोजक की भूमिका विषय पर बोलते हुए श्री कोठारी ने कहा कि प्रांत संयोजक न्यास के लक्ष्य और उद्देश्य कंठस्थ होने चाहिए। उन्होंने कहा कि भौतिकता व आध्यात्मिकता दोनों का शिक्षा में समावेश होना चाहिए, इसका अर्थ है कि हमें व्यक्तिगत जीवन में भी इसका समावेश करना चाहिए और निस्वार्थ भाव से कार्य करना आध्यात्मिकता है। हमारी कार्य पद्धति ही हमारे कार्य का आधार है। कार्यक्रम में विषय प्रवर्तन केरल के ए. विनोद ने किया ।  दूसरे सत्र में श्री जगराम ने प्रवास, बैठक, संपर्क, संवाद विषय को प्रतिपादित करते हुए कहा कि प्रांत संयोजक का व्यवहार पारदर्शी अहंकार रहित ह

महामना मालवीय जी थे सामाजिक समरसता के युगपुरुष

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  एमजीसीयूबी में मालवीय जी की जयंती पर संगोष्ठी आयोजित मोतिहारी,24 दिसंबर। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के पंडित मदन मोहन मालवीय वाणिज्य एवं प्रबंधन विज्ञान संकाय में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी की 160 वीं जयंती के अवसर पर शुक्रवार को दीनदयाल उपाध्याय परिसर में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। महामना की राष्ट्र निर्माण में भूमिका विषय पर अपने विचार रखते हुए मीडिया अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अंजनी कुमार झा ने कहा कि महामना जी ने हिंदू धर्म की विशालता, विराटता और भव्यता को अखिल विश्व के समक्ष लाने के लिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की। शिक्षा उन्नयन से राष्ट्र विकास के स्वप्न को मूर्तरूप प्रदान किया और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में स्त्रियों, दलितों,पिछड़ों, वंचितों,आदिवासी समुदाय के विद्यार्थियों को शिक्षा के अवसर प्रदान कर सामाजिक समरूपता का सूत्रपात किया। एक पत्रकार के रूप में महामना जी ने समाज में स्वतंत्रता की नवक्रांति और सामाजिक चेतना को नवदिशा प्रदान की। विशिष्ट अतिथि अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विमलेश कुमार सिंह ने महामना को सेवाभाव

जिले भर में बाल संरक्षण प्रणाली को मजबूत करने में हितधारकों की भूमिका पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन

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बच्चों के सर्वोत्तम हितों के बारे में संगोष्ठी में विस्तृत चर्चा की गई। मोतिहारी (सिद्धान्त गुप्ता)।  बाल विवाह, बाल श्रम और बाल व्यापार पर अंकुश लगाने के लिए सरकारी विभाग सिविल सोसाइटी और जनप्रतिनिधियों का बेहतर तालमेल जरूरी है उक्त बातें किशोर न्याय परिषद के प्रधान न्यायाधीश कुणाल किशोर ने कही।  उन्होंने आज मोतिहारी के एक निजी होटल में बाल संरक्षण इकाई व सेव द चिल्ड्रेन के संयुक्त तत्वावधान में *बाल संरक्षण प्रणाली को मजबूत करने में स्टेकहोल्डर की भूमिका पर एक संगोष्ठी* के आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट ने कहा कि विद्यालय स्तर पर और गांव के छोटे-छोटे समूह में बाल विवाह और बाल श्रम को रोकने के लिए प्रयास की जानी चाहिए।  इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई पूर्वी चंपारण, धीरज कुमार और संचालन सेव द चिल्ड्रन के प्रोग्राम मैनेजर पीयूष कुमार ने किया।  इस अवसर पर सेव द चिल्ड्रेन के के पीयूष कुमार ने कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत करते हुए बाल श्रम और बाल विवाह से संबंधित अकड़ा प्रस्तुत करते हुए कहा कि पूर्वी चंपारण जि

खुद के साथ बच्चे को कोविड के नए वैरियंट से बचाव को लिया कोविड का टीका- पूजा

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- टीकाकरण कराकर भ्रम हुआ दूर - गर्भावस्था में भी करा सकते हैं टीकाकरण -रेलवे स्टेशन पर जाँच के साथ हो रहा है टीकाकरण - प्रवासियों का हो रही है जाँच व टीकाकरण बेतिया। कोविड के वैरियंट ओमिक्रोन से बचाव के लिए सभी लोगों का टीकाकरण कराया जाना जरूरी है। यह कहना है पश्चिमी चम्पारण जिले के मैनटाड प्रखण्ड के इनरवा निवासी पूजा कुमारी का। उन्होंने बताया कि मैंने मोतिहारी रेलवे स्टेशन पर सुष्मिता कुमारी एएनएम से कोविड का टीकाकरण कराया। उन्होंने बताया कि खुद के साथ गर्भस्थ बच्चे को कोविड के नए वैरियंट से बचाव के लिए कोविड का टीका लिया है, क्योंकि कोविड के बढ़ रहे खतरों से बचने के लिए यह जरूरी कदम है। उन्होंने बताया कि उनके इस फैसले में पति चन्दन ने भी साथ दिया। उनके द्वारा हिम्मत देने के बाद ही मैंने गर्भावस्था में कोविड-19 का टीकाकरण कराया। हम सभी के इस फैसले से हमारे परिवार के लोग भी खुश हैं। क्योंकि वे लोग भी चाहते थे कि हमारा परिवार पूरी तरह कोरोना वायरस से सुरक्षित रहे। उन्होंने बताया कि मैंने सोचा कि कोविड का मामला देश मे घट ही गया तो डिलीवरी के बाद ही अब टीका लूंगी। यह सोचना मे

कालाजार मरीजों की खोज को जिले में सात दिनों तक चलेगा अभियान

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-26 दिसंबर से शुरू होगा कालाजार मरीज खोजो अभियान –कालाजार के मरीजों को राज्य सरकार से मिलेगी प्रोत्साहन राशि - अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने जारी किया निर्देश मोतिहारी। कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। इस दिशा में विभिन्न स्तर पर कार्य किये जा रहे हैं। सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि 26 दिसंबर से जिले में कालाजार मरीज खोज अभियान की शुरुआत की जायेगी। जिसमें आशा कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर कालाजार मरीजों की पहचान की जायेगी। - अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने जारी किया निर्देश;  सीएस ने बताया कि इस संबंध में वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अंजनी कुमार ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि रोगी खोज के दौरान 15 अथवा 15 दिनों से अधिक बुखार से पीड़ित व्यक्ति जिन्होंने बुखार के दौरान मलेरिया की दवा अथवा एन्टीबायोटिक दवा का सेवन किया हो एवं उसके बाद भी बुखार ठीक न हुआ हो, भूख की कमी एवं उदर का बड़ा होना जैसे लक्षण हो उन्ही व्यक्तियों की

ग्रामीण इलाके के चौथी-पांचवी कक्षा के बच्चों ने लिया स्कूल मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर व वेब पेज बनाने का संकल्प

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कोडिंग व तकनीकी शिक्षा पर सेमिनार का आयोजन मोतिहारी (सिद्धान्त गुप्ता) ।आयोजन- आर के इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, पचपकड़ी (ढाका), वर्ग 3 से आठवीं तक के छात्र-छात्राओं के बीच सामूहिक क्विज कांटेस्ट के विजेताओं के बीच प्रमाण पत्र वितरण एवं एवं बड़े बच्चों के साथ- साथ छोटे बच्चों के लिए कहा जाता है कि जहां चाह वहां राह ग्रामीण परिवेश में पल रहे बच्चों में कोडिंग सीखने और तकनीकी शिक्षा के प्रति ललक काफी प्रशंसनीय है पचपकडी स्थित आरके इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के चौथी पांचवी कक्षा के छात्र छात्राओं के लिए तकनीकी शिक्षा के ज्ञान की आवश्यकता पर बल देने व सीनियर बच्चों में बच्चों के साथ-साथ छोटे बच्चों को भी इस और जागृत करने के उद्देश्य से विद्यालय के प्राचार्य मिस्टर पारिजात चक्रवर्ती जिन्होंने हाल ही में कोलकाता के सरस्वती देवी एजुकेशनल ग्रुप से यहां अपना योगदान दिया है उनके द्वारा सेमिनार का आयोजन किया गया सेमिनार में भाग ले रहे छात्र-छात्राओं के बीच गजब का उत्साह रहा गौरतलब है कि सभी छात्र छात्राओं ने अपने-अपने वर्ग के समूह के साथ प्रोजेक्ट कुछ प्रोजेक्ट पर कार्य करने कुछ नियत प्रोजेक्

"सत्य के अनुसंधान की यात्रा जीवन है- प्रो.संजीव कुमार शर्मा

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मोतिहारी। संस्कृत विभाग, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय बिहार और मानव संसाधन विकास केंद्र, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर, मध्यप्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में 'हिंदी एवं संस्कृत साहित्य-काव्यशास्त्र' विषयक राष्ट्रीय पुनश्चर्या कार्यशाला का समापन  आभासीय मंच से संपन्न हुआ।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो.कपिल देव मिश्र, कुलपति,रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर, मध्यप्रदेश ने की।  मुख्य अतिथि के रूप में प्रो.संजीव कुमार शर्मा, कुलपति, महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार ने अपने उद्बोधन में कहा कि, यह कार्यशाला सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक रूप देने का मंच है। सत्य के अनुसंधान की इस यात्रा में जीवन अपने विविध रूपों में पुष्पित और पल्लवित होता है। इस यात्रा में आप सभी ने जो कुछ भी शुभ,सुंदर,कोमल सहेज कर रखा है उसकी चमक अपने विद्यार्थियों तक प्रसारित करेंगे, ऐसी मैं आशा करता हूँ। जीवन-जगत एवं उससे सृजित अनुभवों से जुड़े प्रश्नों का स्वागत करें, यही सीखने का सबसे सरल मार्ग है। अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए प्रो.कपिल देव मिश्र, कुलपति, रानी दुर्गावती विश्ववि

मनुष्य मूलतः शुभ है-प्रो.अनिल धर

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मोतिहारी। गाँधी एवं शांति अध्ययन विभाग, महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार के तत्वावधान में 'अहिंसा एवं शांति के वैचारिक पहलुओं का विकास' विषय पर विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति प्रो.जी.गोपाल रेड्डी ने की। मुख्य अतिथि के रूप में प्रो.अनिल धर, अध्यक्ष, अहिंसा एवं शांति विभाग, जैन विश्वभारती संस्थान, लाडनूँ, राजस्थान ने कार्यक्रम को संबोधित किया। अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए प्रो.जी.गोपाल रेड्डी, प्रति-कुलपति,महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार ने कहा कि वर्तमान समय में सुरक्षा एक बड़ा प्रश्न है। 'अहिंसा' ही वह माध्यम है जिसके द्वारा हम हर चुनौती का सामना कर सकते हैं।   स्वागत करते हुए डॉ. नरेंद्र आर्या, सह-आचार्य, राजनीति विज्ञान विभाग,महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार ने वर्तमान संदर्भों में अहिंसा एवं शांति की वैचारिक प्रतिबद्धता की ओर संकेत किया। मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए प्रो.अनिल धर, अध्यक्ष, अहिंसा एवं शांति विभाग, जैन विश्वभारती संस्थान, लाडनूँ, राजस्था

विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थियों को लगा टीका

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महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में नव स्थापित सेहत केन्द्र की तरफ से कोविड वैक्सीन टीकाकरण सम्पन्न हुई। जिसमें विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थियों को टीका लगाया गया। कार्यक्रम का संयोजन सेहत केंद्र के समन्वयक एवं प्रबंध एवं वाणिज्य संकाय के डीन प्रो. पवनेश कुमार ने किया।  टीकाकरण कार्यक्रम ओएसडी प्रशासन प्रो. राजीव कुमार और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मोतिहारी सदर के सीएमओ डॉ. के. एल. प्रसाद की उपस्थिति में हुई।     टीकाकरण के संयोजक प्रो पवनेश कुमार ने कहा कि कोविड से बचाव के लिए टीकाकरण अत्यंत आवश्यक है। राष्ट्र के प्रति हम सभी का कर्तव्य बनता है कि कोविड से बचाव के लिए हम सभी लोगों को टीकाकरण के प्रति प्रेरित करें। सेहत केंद्र स्वस्थ्य के प्रति जागरूक है और समय-समय पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित होते रहेंगे। टीकाकरण को सम्पन्न कराने में केयर इंडिया के राजन कुमार, आशा कार्यकर्ती लकी दास और एएनएम वीना द्विवेदी की भूमिका महत्वपूर्ण रही।

राजसत्ता विद्या, विद्वान से बड़ी नहीं होती-कुलपति

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मोतिहारी। संस्कृत विभाग, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय बिहार और मानव संसाधन विकास केंद्र, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर, मध्यप्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में 'हिंदी एवं संस्कृत साहित्य-काव्यशास्त्र' विषयक द्विसाप्ताहिक राष्ट्रीय पुनश्चर्या कार्यशाला का उद्घाटन आभासीय मंच से किया गया है। कार्यशाला के नौवें दिन के द्वितीय सत्र के वक्ता के रूप में प्रो.संजीव कुमार शर्मा, माननीय कुलपति,महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार का सान्निध्य प्राप्त हुआ। स्वागत वक्तव्य देते हुए कार्यशाला समन्वयक प्रो.प्रसून दत्त सिंह, अध्यक्ष,संस्कृत विभाग,महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार ने कहा कि इस कार्यशाला में माननीय कुलपति महोदय को सुनना साहित्य,भाषा को रक्त में महसूस करने जैसा है। यह एक शुभ अवसर है।  वक्ता के रूप में माननीय कुलपति प्रो.संजीव कुमार शर्मा ने विस्तार से साहित्य,भाषा,कला की अनिवार्यता पर बात रखी। कालिदास का रचना वैशिष्ट्य वक्तव्य के केंद्र में रहा। प्रो.संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि, मैं संस्कृत भाषा एवं साहित्य का अनुरागी हूँ। कालिदास का साहित्

दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत सहित अन्य जवानों के शहीद पर केंद्रीय विश्वविद्यालय में मौन धारण एवं पुष्प अर्पित

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मोतिहारी। तमिलनाडु में सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत को महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के पंडित दीनदयाल परिसर में प्रबन्ध एवं वाणिज्य संकाय और मीडिया अध्ययन विभाग द्वारा श्रद्धांजलि सभा  आयोजित की गई. विभाग में सीडीएस जनरल बिपिन रावत के चित्र पर परिसर निदेशक प्रो. पवनेश कुमार और  मीडिया विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार झा सहित शिक्षकों एवं शोधार्थियों व विद्यार्थियों ने दो मिनट का मौन धारण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. सीडीएस के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर है. गौरतलब है कि बुधवार को कुन्नूर के कटेरी-नंजप्पनचत्रम क्षेत्र में एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से जनरल रावत, उनकी पत्नी और 13 अन्य लोगों की मौत हो गई थी. जनरल रावत को याद करते हुए डॉ. अंजनी कुमार झा ने कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसे वीर को खोने से हम सारे देशवासी शोक में है. हम सभी देशवासियों के लिए एक बड़ी क्षति है. वह एक महान जीवित हृदय और शांत व्यक्तित्व के इन्सान थे. भगवान उनकी

आईसीसीएसआर डॉक्टोरल फेलोशिप के लिए मीडिया अध्ययन विभाग के तीन शोधार्थियों का चयन

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शोभित सुमन रजनीश कुमार त्रिपाठी सौविक आचार्य मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के मीडिया अध्ययन विभाग के तीन शोधार्थियों ने एक बार फिर से शोध गुणवत्ता के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा पी- एच. डी. शोधार्थियों को दी जाने वाली डॉक्टोरल फेलोशिप के लिए घोषित परिणामों में अखिल भारतीय स्तर पर चयनित 15 शोधार्थियों में से 3 शोधार्थी एमजीसीयूबी के मीडिया अध्ययन विभाग के शोधार्थी है।          आई. सी. सी. एस. आर. द्वारा चयनित शोधार्थियों में विभाग के रजनीश कुमार त्रिपाठी जो सहायक आचार्य डॉ सुनील दीपक घोड़के के निर्देशन में 'अनुच्छेद 370 मुक्त कश्मीर: राष्ट्रीय प्रिंट मीडिया की भूमिका एवं प्रभाव का अध्ययन' (दैनिक जागरण व अमर उजाला समाचार पत्रों के विशेष संदर्भ में ) विषय पर शोध कार्य कर रहे है। वही शोभित सुमन और सौविक आचार्य विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अंजनी कुमार झा के निर्देशन में शोधरत है। शोभित सुमन का शोध विषय 'अटल बिहारी वाजपेयी की पत्रकारिता में राष्ट्रीय एवं सांस्कृ

संस्कार में कमी से यौन उत्पीड़न की घटनाओं में हुई वृद्धि-प्रो. आनंद प्रकाश

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वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम माधुरी सिंह, द्वितीय विकास कुमार सिंह एवं संकल्प कुमार और तृतीय कनई सरकार स्थान पर विजयी मोतिहारी। आंतरिक शिकायत प्रकोष्ठ, महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार के तत्वावधान में 'यौन उत्पीड़न अधिनियम-2013' अधिसूचना की आठवीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। स्वागत करते हुए प्रो.शहाना मजूमदार , प्रधान अधिकारी, आंतरिक शिकायत प्रकोष्ठ ने विश्वविद्यालय द्वारा गठित 'आंतरिक शिकायत प्रकोष्ठ' की कार्यप्रणाली एवं सदस्यों की जानकारी सभी से साझा की। सह-आचार्य, राजनीति विज्ञान विभाग, समन्वयक- वैदेही महिला अध्ययन केंद्र की  डॉ. सरिता तिवारी ने कहां यौन उत्पीड़न विषय को बोलने में कहीं ना कहीं हमारी जिह्वा अभी भी लड़खड़ाती हैं। यह एक संवेदनशील विषय है। क्योंकि आज भी जेंडर की समस्या है। डॉ.तिवारी ने कहा कि यौन उत्पीड़न कानून की समस्या नहीं है। यह नैतिक समस्या है। हम सभी लोगों को समाज के निर्माण में सहयोग देने की आवश्यकता है। चाणक्य परिसर निदेशक एवं डीएसडब्ल्यू प्रो. आनंद प्रकाश  आचार्य- जैव प

मनुष्यत्व की रक्षा का दायित्व साहित्य पर-कुलपति

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मोतिहारी। संस्कृत विभाग, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार और मानव संसाधन विकास केंद्र, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर, मध्यप्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में 'हिंदी एवं संस्कृत साहित्य-काव्यशास्त्र' विषयक राष्ट्रीय पुनश्चर्या कार्यशाला का उद्घाटन दिनांक 6/12/2021 को आभासीय मंच से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो.कपिल देव मिश्र, कुलपति,रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर, मध्यप्रदेश ने की। मुख्य अतिथि के रूप में प्रो.संजीव कुमार शर्मा, कुलपति, महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार ने अपने उद्बोधन में कहा कि, वैश्विक महामारी कोविड-19 ने प्रश्नों को जन्म दिया है। चुनौतियों को जन्म दिया है। आज साहित्य के 'मर्म' को सहेजना अतिआवश्यक है। मूलरूप से 'मनुष्यत्व' की रक्षा का दायित्व साहित्य पर है। साहित्य अपने विविध रूपों में अपनी बहुवचनीयता के साथ जीवित रहे,यही कामना करता हूँ। अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए प्रो.कपिल देव मिश्र, कुलपति, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर, मध्यप्रदेश ने कहा कि, मानव को मानवता का पाठ पढ़ाने का दायित्व साहित