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Showing posts from June, 2021

पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करते स्वयंसेवी संस्था

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जिस प्रकार प्रतिदिन योगा करते हैं, उसी प्रकार प्रति सप्ताह हर व्यक्ति एक पौधा लगाएं।  मोतिहारी। बंजरिया प्रखंड के तरकुलवा में कृषक विकास समिति मोतिहारी अध्यक्ष उमाशंकर प्रसाद ने करुअइनी, जामुन एवं अन्य औषधीय पौधा लगया। इन्होंने पौधा लगाते हुए कहा कि मामूली उपाय से हम अपने पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचा सकते हैं। बस जरुरत है, हमें अपने दैनिक जीवन में बदलाव लानेका।जिस प्रकार प्रतिदिन योगा करते हैं, उसी प्रकार प्रति सप्ताह हर व्यक्ति एक पौधा लगाएं। इस तरह आसपास के वातावरण को प्रदूषित होने से बचा सकते हैं। साथ ही आने वाले संकट को भी टाला जा सकता है। और आम लोगों को होने वाली कोरोना जैसी कई जानलेवा बीमारियां को दूर भगाया जा सकता है। इन सबके लिए जरूरी है कि व्यक्ति स्वयं पर्यावरण के प्रति जागरूक होना होगा। इन मामूली उपायों को व्यवहार में लाकर इसके सरंक्षण के लिए कार्य करे। इस कार्य की शुरूआत अपने घर से करने की जरूरत है। श्री प्रसाद के नेतृत्व में जामुन,करूअईनी एवं अन्य औषधीय गुण युक्त पौधारोपण का फायदा भी बताया। कहा कि जामुन का फल खाने से डायबिटीज की बीमारी दूर होती

कॉरपोरेट संचार के क्षेत्र में आगे असीम संभावनाएंः प्रो. आतिश पाराशर

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एमजीसीयूबी के मीडिया अध्ययन विभाग की ओर से ई-गुरुमंत्र ज्ञान श्रृंखला की पांचवी कड़ी का हुआ आयोजन  कॉरपोरेट संचार के विविध पहलुओं पर प्रसिद्ध संचारविद प्रो.अतीश पाराशर ने विद्यार्थियों का किया मार्गदर्शन    मोतिहारी। दक्षिण बिहार केंद्रीय विवि के छात्र कल्याण संकाय अध्यक्ष सह मीडिया विभागाध्यक्ष प्रो.अतीश पाराशर ने कहा है कि जनसंपर्क विशेषकर कॉरपोरेट संचार के क्षेत्र में चुनौतियां हैं तो असीम संभावनाएं भी हैं। इसका दायरा केवल कंपनी के लाभ या छवि निर्माण तक सीमित नहीं है, यह प्रमुखतः संकट का ऐसा प्रबंधन है जहां सच बोल नहीं सकते जबकि झूठ बोलने की मनाही है। सच्चाई को इस रूप में अभिव्यक्त करना जिससे संस्थान का हित सर्वोपरि रहे और लोगों तक सही सूचना भी जाए। संचार के विद्यार्थियों को इसकी कला विकसित करनी होगी।  वे महात्मा गांधी केंद्रीय विवि मोतिहारी के मीडिया अध्ययन विभाग की ओर से आयोजित गुरुमंत्र शृंखला की पांचवी कड़ी में कॉरपोरेट संचारः व्यावहारिक अनुप्रयोग और भविष्य की संभावनाएं विषय पर विद्यार्थियों से रूबरू थे। उन्होंने कहा कि यह क्राइसिस मैनेजमेंट से जुड़ा प्रक

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का सपना साकार

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मोतिहारी। बंजरिया प्रखण्ड के अम्बिका नगर में कृषक विकास समिति मोतिहारी के तत्वाधान में महिला समूह की बैठक हुई। इसके अध्यक्ष उमाशंकर प्रसाद ने कहा कि इस समूह को देखकर मेरा सपना साकार होते दिख रहा है।जिले में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई दशकों से प्रयत्नशील कृषक विकास समिति ने कई महिलाओं को स्वावलंबी किया है। समूह बनने के बाद उनके जीवन शैली में अभूतपूर्व परिवर्तन हुआ है। वे कल तक दूसरे पर आश्रित रहती थी, लेकिन अब स्वयं अपने पैर पर खड़ी हुई है और अपने घर परिवार को चलाने में सुदृढ़ भी हुई हैं ,खासकर के बच्चों को शिक्षा देने के मामले में काफी जागरूकता आई है । संस्था के अथक मेहनत के बदौलत आज महिला संगठन काफी आगे बढ़े हैं, और हर क्षेत्र में ये लोग कार्य कर रहे हैं ।इसी कड़ी में अध्यक्ष उमाशंकर प्रसाद ने समूह में बैठे महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि पहले छोटी बचत से समूह अपने गरीब सदस्यों को शुरू में 15000 रु आंतरिक ऋण दिया। आज धीरे धीरे अपने अल्प बचत को नियमित कर सभी सदस्यों ने समूह में लगभग लाखों लाख रुपए जमा किया और अपने कई सदस्यों को रोजगार खडा करने मे मदत की।लड़की

मातृभाषा का अर्थ भावनाओं का पारदर्शी प्रस्तुतीकरण : प्रो0 ए.के. सिंह

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(त्रिदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी सह वेबिनार ’’राष्ट्रीय शिक्षानीति: हिन्दी और अन्य मातृ भाषाएं’’ का समापन) भावनाओं का पारदर्शी प्रस्तुतीकरण है मातृभाषा। स्थानीय स्तर पर हर भाव के एक शब्द हैं, भावनाओं को व्यक्त करने के लिए मातृभाषा में पर्याप्त शब्दावलियाॅ हैं। शब्दावलियों से संप्रेषण में सरलता होती है। यह बातें कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो0 राजेन्द्र सिंह (रज्जूभैया) विश्वविद्यालय, प्रयागराज के कुलपति प्रो0 प्रो. ए. के. सिंह ने कही। वह केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय, भारत सरकार एवं नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित त्रिदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी सह वेबिनार ’’राष्ट्रीय शिक्षानीति: हिन्दी और अन्य मातृ भाषाएं’’ के समापन कार्यक्रम में अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में बोल रहे थे। उन्होेंने आगे कहा कि आज माध्यम ही भाषा है। हमें अपने शब्दावलियों के ज्ञान को बढ़ाना चाहिए। किसी भी भाषा को सीखने के लिए इच्छा होनी चाहिए। भाषा और तकनीक साथ साथ चलती है। जीवन पर्यंत हम भाषाएं सीखते हैं। तकनीक के इस दौर में सोशल मीडिया के उपयोग में संयम जरूरी है।

महामहिम राष्ट्रपति डॉ० के०आर० नारायणन के बारे में रोचक बातें

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Story  देश के पहले दलित राष्ट्रपति थे। उनका सम्पूर्ण जीवन सघर्ष से भरा हुआ था। वे केरल के एक गांव में फूस की झोपड़ी में 1920 में पैदा हुए। उनके पिता आयुर्वेदिक औषधिओं के ज्ञाता थे, इसी से वे अपना परिवार चलाते थे। गरीबी इतनी भयंकर कि 15 किमी. दूर सरकारी स्कूल में पैदल पढ़ने जाते थे। कभी-कभी फीस न होने पर उन्हें कक्षा से बाहर खड़ा होना पड़ता था। उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में पढ़ाई की। ज़ब वह भारत लोटे तो उनके प्रोफेसर ने एक पत्र भारत के प्रधान मंत्री जवाहर लाल के नाम उन्हें दिया उस पत्र में उनकी प्रतिभा का उल्लेख था। चूंकि उन्होंने तीन वर्ष का कोर्स 2 साल में विशेष योग्यता के साथ पास किया था। ज़ब वह पत्र उन्होंने नेहरू जी को दिया तो नेहरू जी ने उन्हें राजदूत नियुक्त कर दिया। सेवानिवृत होने पर उन्हें जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया गया। एक बार वे उप राष्ट्रपति रहे। उसके बाद वे भारत के दसवें एवं पहले दलित राष्ट्रपति बने। 1. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को बिना हस्ताक्षर किये फाइल यह कहते हुए वापस कर दी कि 10 न्यायाधीशों के इस पेनल में एक भ

मातृभाषा का संरक्षण हमारा मूलभूत अधिकार

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(त्रिदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी सह वेबिनार ’’राष्ट्रीय शिक्षानीति: हिन्दी और अन्य मातृ भाषाएं’’ का द्वितीय दिन) केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय, भारत सरकार एवं नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में त्रिदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी सह वेबिनार ’’राष्ट्रीय शिक्षानीति: हिन्दी और अन्य मातृ भाषाएं’’ के द्वितीय दिन के तृतीय सत्र में मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग के प्रोफेसर ऋषिकांत पांडे ने कहा कि नई शिक्षा नीति में व्यक्ति के सर्वांगीण विकास की चर्चा की गई है। शिक्षा के मूल में कौशल का विकास होना आवश्यक है ज्ञान बढ़ने के साथ-साथ व्यक्ति के उत्तरदायित्व भी बढ़ते जाते हैं। ज्ञान और उत्तरदायित्व एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। आज के समय में विज्ञान और तकनीक का उद्देश्य मानवता का विकास करना होना चाहिए। सांस्कृतिक समानता के कारण ही एक भाषा का दूसरी भाषा में अनुवाद हो सकता है। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, गया के सहायक आचार्य डॉ किंशुक पाठक ने कहा कि लगभग तीन सौ मातृभाषा मिटने के

त्रिदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी सह वेबिनार ’’राष्ट्रीय शिक्षानीति: हिन्दी और अन्य मातृ भाषाएं’’ का हुआ शुभारम्भ

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कौशल और शिक्षा को मातृभाषा से जोड़ना चाहिए: प्रो0 टी.वी. कट्टीमनी प्रयागराज। मातृभाषा में शिक्षा वर्तमान समय का सर्वाधिक सराहनीय कार्य है। हमारे समाज में जो कौशल है उसको शिक्षा के साथ मातृभाषा से जोड़ना चाहिए। उपदेश देना ही नहीं आचरण भी करना चाहिए। यह बातें केन्द्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, आंध्र प्रदेश के कुलपति प्रो0 टी.वी. कट्टीमनी ने केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय, भारत सरकार एवं नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में त्रिदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी सह वेबिनार ’’राष्ट्रीय शिक्षानीति: हिन्दी और अन्य मातृ भाषाएं’’ के प्रथम दिन मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कहीं। उहोंने आगे कहा कि वाटर हार्वेस्टिंग की तकनीक भारतीय मातृभाषा की तकनीक है लेकिन लोग इसको अंग्रेजी के माध्यम से पढ़ाने की कोशिश करते हैं। देश में नौकरी पहले उनके लिए होनी चाहिए जिनकी शिक्षा मातृभाषा में हो और जो किसान का बेटा हो। जो इस देश में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं उनके लिए मातृभाषा को अनिवार्य करना चाहिए।  कुलाधिपति, श्री जे.एन मिश्र जी ने सभी का स्वागत करते हुए अपने आशीर्वचन में कहा कि विद

बिहार उद्योग के क्षेत्र में जल्द आत्मनिर्भर बनेगा -शाहनवाज हुसैन

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बिहार के नालंदा जिले के युवा उद्यमी भीष्म कुमार के धमौली बेना में आयोजित एस आर मैनुफैक्चरिंग यूनिट द्वारा विंडोज का उद्घाटन करते हुए बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि उद्योग के क्षेत्र में बिहार जल्द ही आत्मनिर्भर बनेगा। सरकार उद्योग धंधे लगाने के लिये उद्यमियों को सस्ते दर पर लोन भी दे रही है। बिहार के युवा उद्यमियों को चाहिए कि टेक्सटाइल ,खिड़की, किवारी का उद्योग लगा कर बिहार को उद्योग के क्षेत्र में नम्बर वन बनाकर इतिहास रचे। उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने युवा उद्यमियों से कहा कि उद्योग हेतु लोन ले और समय पर चुका कर पुनः लोन लेकर उद्योग को आगे बढ़ाएं। इस अवसर पर बिहार राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के उद्यमियों को आगे बढ़ाने के लिये हर सम्भव सहायता देने को तैयार है। उनकी सोच को धरातल पर लाने के लिये सभी तरह की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दे रखा है।आगे उन्होंने कहा कि उद्यमियों से अपील है कि वे सरकारी योजनाओं का लाभ लें। इस मौके पर सांसद कौशलेन्द्र कुमार, दीपक श्रीवास्तव, जया वर्मा ,संजय सिन्हा,

स्वस्थ्य विभाग पर चम्पारण के किसान द्वारा रचित भोजपुरी कविता

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उमाशंकर प्रसाद, अध्यक्ष कृषक विकास समिति मोतिहारी कविता कोरोना के आईला से जान गईल त गईल भाई । वर्षो से स्वास्थ्य विभाग के लचर व्यवस्था की पोल खुल गईल  भाई। पोल खुल गईल भाई ।। कोरोना के आईला से जान गईल त गईल भाई। वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में होत रहल दवाईयों की कालाबाजारी की पोल खुल गईल भाई।  पोल खुल गईल भाई।। कोरोना के आईला से जान गईल त गईल भाई । स्वास्थ्य विभाग के ईमानदारी के पोल खुल गईल भाई  । पोल खुल गईल भाई  ।।  कोरोना के आईला से जान गईल त गईल भाई  । स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था की पोल खुल गईल भाई पोल खुल गईल भाई।।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री किया गया वितरण

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संग्रामपुर। पूर्वी चंपारण जिला के संग्रामपुर प्रखंड के बाढ़ ग्रसित क्षेत्रों में जन अधिकार पार्टी के प्रदेश सचिव सह ढाका विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अभिजीत सिंह द्वारा राहत सामग्री का वितरण किया गया। इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए जाप के प्रदेश सचिव सह ढाका विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अभिजीत सिंह ने कहा कि प्रत्येक साल बाढ़ बिहार में बाढ़ आना साबित करती है कि बाढ़ सरकार और अधिकारियों के लिए लूटने का अवसर है, जाप के प्रदेश सचिव अभिजीत सिंह ने कहा कि इस बाढ़ में बिहार के लोगो को पप्पू यादव की जरूरत है लेकिन सरकार एक साजिश तहत उन्हें जेल में रखी है , जाप नेता श्री सिंह ने कहा कि पूर्वी चंपारण वासियों के बाढ़ की विपदा में उनके साथ खड़ा हूँ, जाप नेता अभिजीत सिंह ने कहा कि जब तक बाढ़ रहेगी तब तक लोगो को मदद करेंगे, राहत सामग्री वितरण में पार्टी के जिलाध्यक्ष पवन कुमार सिंह, प्रदेश सचिव अंकुश कुमार सिंह,छात्र जिलाध्यक्ष आकाश कुमार सिंह, जिला उपाध्यक्ष पवन कुमार सिंह,जिला उपाध्यक्ष विजय पाण्डेय, घोड़ासहन प्रखंड अध्यक्ष रामबाबू यादव, संग्रामपुर के छात्र अध्यक्ष मुसरफ खान ,विकास सिंह

एंकर बनने से पहले बेहतर पत्रकार बनना आवश्यक: निशांत चतुर्वेदी

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"टेलीविजन एंकरिंग : मिथक बनाम वास्तविकता" पर गुरुमंत्र संवाद श्रृंखला आयोजित कार्यक्रमों का लक्ष्य विद्यार्थियों को अंतर्राष्ट्रीय पटल तक पहुँचाना : डॉ प्रशांत  मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के मीडिया अध्ययन विभाग द्वारा 'गुरुमंत्र ई-संवाद श्रृंखला' की कड़ी मे "टेलीविजन एंकरिंग : मिथक बनाम वास्तविकता " विषय पर संवाद सत्र का आयोजन शनिवार 19 जून को हुआ । मुख्य अतिथि टीवी 9 भारतवर्ष के सीनियर एक्जीक्यूटिव एडिटर व प्रसिद्ध एंकर निशांत चतुर्वेदी रहें। कार्यक्रम की अध्यक्षता महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने की। वहीं विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. जी. गोपाल रेड्डी का विशेष सानिध्य प्राप्त हुआ। स्वागत उद्बोधन मीडिया अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रशांत कुमार द्वारा दिया गया व संचालन संवाद श्रृंखला के संयोजक डॉ. साकेत रमण ने किया।   मुख्य अतिथि श्री निशांत चतुर्वेदी ने मीडिया अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष एवं सभी प्राध्यापकों की सराहना करते हुए गुरु मंत्र संवाद श्रृंखला के पहल की

गलवान का एक साल: कैसे बिगड़े थे हालात, अब क्या है सीमा पर हाल?

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लद्दाख की पैंगोंग झील के इलाके में अपनी-अपनी पोजिशन से पीछे भारत और चीन की सेना साल 2017 की गर्मियों के बाद जब सिक्किम के पास डोकलाम में भारत और चीन की सेनाएं एक-दूसरे का सामना कर रही थीं तो उसी दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग की एक 'अनौपचारिक मुलाकात' हुई थी. कूटनीति के मोर्चे पर ये वो तरीका होता है जिसका इस्तेमाल देशों के लीडर आपसी सौहार्द को बढ़ावा देने और छोटी-छोटी परेशानियों को दूर करने के लिए इस्तेमाल करते हैं. दुनिया ने देखा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात ऐसे वक्त में हुई जब भारत और चीन के बीच कई मुद्दों पर मतभेद बरकरार थे. और भी तभी टकवार की शुरुआत हुई. लद्दाख के गलवान में ठीक एक साल पहले दोनों मुल्कों की सेनाएं उस मुकाम पर पहुंच गईं जहां शांतिपूर्ण संबंध खत्म हो जाते हैं. वहां दोनों देशों ने जिस पैमाने पर सेना इकट्ठा की और फिर जो हिंसा हुई, वो बीते चार दशकों में पहले कभी नहीं देखा गया था.

जाप सुप्रिमो पप्पू यादव के रिहाई को लेकर जाप कार्यकर्त्ता ने निकाला लोक न्याय मार्च

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मोतिहारी। शहर के चरखा चौक से गाँधी चौक तक मार्च निकालकर जन अधिकार पार्टी (लो.) ने सरकार के विरोध में नारे लगाये। जाप कार्यकर्तओं ने लोक न्याय मार्च निकाला। जन अधिकार पार्टी (लो.) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद पप्पू यादव के रिहाई, बिहार के अस्पतालों की बदहाली दूर करने, कोरोना आदि महामारी में इलाज फ्री करने, कोरोना से मृतको के परिजनों को मुआवजा देने, वैक्सिनेशन में तेजी लाने की मांग को लेकर जन अधिकार पार्टी के राज्यव्यापी लोक न्याय मार्च का जन अधिकार पार्टी, पूर्वी चंपारण इकाई ने समर्थन किया है। जाप के जिलाध्यक्ष पवन सिंह ने कहा कि जाप सुप्रिमो की रिहाई के लिए लगातार आंदोलन करेंगे। जाप के जिलाध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि जाप सुप्रिमो पप्पू यादव लगतार कोरोना महामारी में लोगों को मदद कर रहे थे और सरकार की नाकामियों पर्दाफाश कर रहे थे। जिससे घबरा कर बिहार सरकार ने एक फर्जी केस में साजिश के तहत फसाकर जेल भेज दिया है। जाप नेता श्री सिंह ने कहा कि जब तक सरकार पप्पू यादव की रिहाई नही करती तब तक आंदोलन चलता रहेगा। लोक न्याय मार्च में प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेन्द्र त्यागी, प्रदेश महासचिव

स्वंयसेवी संस्था कृषक विकास समिति मोतिहारी ने दो सौ असहाय लोगों के बीच राहत सामग्री का वितरण

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मोतिहारी। लॉकडाउन के कारण गरीबों के सामने रोजी रोटी की समस्या आ गई है। ऐसे परिवारों की मदद के लिए  सुगौली प्रखंड स्थित खुटिआरवा, बहुरी और इत्यादि गांव में समाजसेवी कृषक विकास समिति मोतिहारी अध्यक्ष उमाशंकर प्रसाद ने अपना हाथ आगे बढ़ाया है। कोरोना की दूसरी लहर में जरूरतमंद, लाचार, असहाय लोगों के बीच सहायता राहत सामग्री का वितरण किया। इस मौके पर श्री प्रसाद ने कहा कि इस महामारी को लेकर राज्य में लगे लॉकडाउन के कारण कई लोगों का रोजगार बंद हो गया है। कई परिवारों को दैनिक खर्चे के लिए पैसे नहीं है। रोज घर में चूल्हा जले इसकी भी व्यवस्था कई परिवारों को नहीं है। ऐसे में उन्होंने अपने स्वंयसेवी संस्था के माध्यम से ऐसे वंचित परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए यह कदम उठाया। साथ ही लोगों को अधिक से अधिक कोविड वैक्सीन लेने और दिशा निर्देश का पालन करने को कहा। वहीं संस्था के महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय बिहार मीडिया छात्र अमृत राज ने कहा कि कोई भूखा ना रहे। इस संकल्प के साथ जरूरतमंदों को राशन दिया गया। संस्था के द्वारा बाढ़, सूखा, एवं कई अन्य आपदा में असहा

बिहार में शिक्षक बहाली के लिए 11 जून से आवेदन, सरकार ने जारी की अधिसूचना, 25 जून लास्ट डेट

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PATNA : पटना उच्च न्यायालय द्वारा गुरुवार को राज्य के प्राइमरी और सेकेंडरी स्कूलों में छठे चरण के नियोजन में आवेदन नहीं करने वाले दिव्यांगों को मौका देने के निर्देश के बाद शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. सरकार की ओर से बहाली की अधिसूचना जारी कर दी गई है. दिव्यांग अभ्यर्थियों को आवेदन के लिए 15 दिनों का समय दिया गया है. *बिहार शिक्षा विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक राज्य के प्राइमरी और सेकेंडरी स्कूलों में छठे चरण के नियोजन के लिए दिव्यांग अभ्यर्थी 11 जून से लेकर 25 जून तक आवेदन कर सकते हैं. दिव्यांग अभ्यर्थियों को शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल होने और आवेदन के लिए शिक्षा विभाग की ओर से शिड्यूल जारी कर दिया गया है.* *सरकार की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि आवेदन जमा करने के पूर्व संबंधित जिला के NIC के वेबपोर्टल पर नियोजन इकाईवार , विषयवार और कोटिवार रिक्ति की सूचना पुनः प्रकाशित की जाएगी.जिसमें दिव्यांगजनों के लिए श्रेणीवार उपलब्ध रिक्त पदों की सूचना भी स्पष्ट रूप से इंगित होगी. विज्ञापन विभाग की ओर से संबंधितों की जानकारी समाचार पत्रों में प्रका