Posts

Showing posts from October, 2021

मगांकेविवि में 'राष्ट्रीय एकता दिवस' विभिन्न केंद्रों का हुआ उद्घाटन

Image
पोषण वाटिका, क्षेत्रीय केंद्र वर्धा, एम. विश्वेश्वरैया उद्यमिता एवं कौशल विकास केंद्र, और काशी प्रसाद जायसवाल हिन्दू अध्ययन केंद्र का हुआ उद्घाटन मोतिहारी। मगांकेविवि में राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में महात्मा गांधी अन्तराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा के क्षेत्रीय केंद्र का उद्घाटन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्विद्यालय के कुलपति प्रो० संजीव कुमार शर्मा ने की। मुख्य अतिथि के तौर पर प्रो० रजनीश कुमार शुक्ल, कुलपति, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, वर्धा मौजूद रहे। अतिथियों का स्वागत प्रो० शर्मा ने प्रतीक चिन्ह एवं अंगवस्त्रम प्रदान कर किया। स्वागत उद्बोधन प्रो० आशीष श्रीवास्तव, निदेशक, महर्षि बुद्ध परिसर एवं अधिष्ठाता , शिक्षाशास्त्र संकाय ने किया । प्रो० श्रीवास्तव ने कुलपति समेत सभागार में मौजूद सभी संकाय के शिक्षक एवं विद्यार्थियों को एकता की शपथ भी दिलाई।  कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल राष्ट्र की एकता और अखंडता के महानायक थे। उन्होंने जो विरासत हम सभी को सौंपी है उसको सुरक्षित और संर

‘भौतिकी की समझ’ पर ई-प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन

Image
मोतिहारी। भौतिक विज्ञान विभाग, महात्मा गाँधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी (बिहार) ने आजादी का अमृत महोत्सव के अधीन राष्ट्रीय ई-प्रश्नोत्तरी शृंख्ला के क्रम में क्वांटम यांत्रिकी एवं लेज़र भौतिकी विषय पर ‘भौतिकी की समझ’ शीर्षक पर पहला ई-प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रो. संजीव कुमार शर्मा, माननीय कुलपति, महात्मा गाँधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी (बिहार) ने इस कार्यक्रम का आभासीय माध्यम से उद्घाटन किया और इस आयोजन के सफल कार्यान्वयन के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर प्रो. अजय कुमार गुप्ता (विभागाध्यक्ष), प्रो. संतोष कुमार त्रिपाठी, प्रो. सुनील कुमार श्रीवास्तव, डॉ. नीलाभ श्रीवास्तव, डॉ. पवन कुमार और डॉ. अरविंद कुमार शर्मा (आयोजन सचिव) उपस्थित थे।  देश भर के विभिन्न प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थानों जैसे बीएचयू, आईआईटी, एनआईटी, डीयू, केंद्रीय / राज्य विश्वविद्यालयों के 300 से अधिक प्रतिभागियों ने बहुत ही उत्साह के साथ इस आयोजन में अपनी सहभागिता की। इस ई-क्विज़ शृंखला का उद्देश्य भौतिक विज्ञान विषय के बुनियादी समझ को बढ़ाना है और स्नातक और स्नातकोत्तर विद्या

संस्कृत विभाग के शोधछात्र रोहित का हुआ प्रवक्ता पद पर चयन

Image
मोतिहारी। महात्मा गाँधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय,मोतिहारी, बिहार में नवस्थापित संस्कृत विभाग अपनी स्थापना के बाद निरन्तर उन्नति के पथ पर अग्रसर है। संस्कृत विभाग 23 मई 2021 में स्थापित हुआ और यह विभाग अपनी अकादमिक गतिविधियों से निरन्तर देश-विदेश में एक पहचान बनाया है। परिणामस्वरूप संस्कृत विभाग में सत्र 2020-21 में देश के ख्यातिलब्ध विश्वविद्यालयों-जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय,पांडिचेरी विश्वविद्यालय, कलकत्ता विश्वविद्यालय, जादवपुर विश्वविद्यालय सहित अन्यान्य विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी शोध कार्य हेतु मेधा सूची में स्थान प्राप्त किये। यह विभाग विद्यार्थियों के कौशल विकास के साथ-साथ छात्रों को रोजगारपरक शिक्षा हेतु भी निरन्तर कार्य करता रहा है। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रसून दत्त सिंह के नेतृत्त्व में विभाग के सभी शिक्षक समेकित रूप से विद्यार्थियों के शिक्षण कार्य के साथ उन्हें रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण में दक्ष करने का प्रयास करते रहे। इसी का परिणाम है कि मात्र २ वर्ष का यह विभाग अपने विभाग म

आचार्य श्रीरंजन सूरिदेव का जीवन भारत और भारतीयता के बोध का सम्पूर्ण वाङ्मय है : प्रो. अरुण कुमार भगत

Image
 राजनीति जब-जब लड़खड़ाती है, साहित्य ही सहारा देता है : अवधेश नारायण सिंह  पटना, 28 अक्टूबर। "आचार्य श्रीरंजन जैसे साहित्य मनीषियों ने सदैव अपने लेखन और कर्म से साहित्य और साहित्यकारों को नवीन मार्ग का निर्देश किया है।" यह उद्गार व्यक्त किया अपने वक्तव्य में बिहार विधान परिषद् के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने। वे आचार्य श्रीरंजन सूरिदेव स्मृति न्यास द्वारा पटना में आयोजित 95वीं जयंती समारोह और सम्मान अनुष्ठान में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे थे।   महिला चरखा समिति के लोकनायक जयप्रकाश भवन में आज आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और मंत्रोच्चारण के साथ हुई।  श्री अवधेश नारायण सिंह ने आगे कहा कि आज इस सभागार-रूपी पवित्र मंदिर में आकर बहुत खुशी हुई, क्योंकि यह लोकतंत्र के रक्षक जयप्रकाश नारायण जी से जुड़ा स्थल है। माननीय सभापति महोदय ने एक प्रसंग की चर्चा की, जिसमें राष्ट्रकवि दिनकर ने नेहरू जी से कहा था कि 'राजनीति जब-जब लड़खड़ाती है, साहित्य ही सहारा देता है।  इस अवसर पर प्रो. अरुण कुमार भगत द्वारा संपादित और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र, नई

शोधार्थी गिरीश शास्त्री ने 'भारतीय लोककला के बदलते आयाम' विषय पर पुस्तक संपादित, शोधार्थी रहितांश सह संपादक

Image
भारतीय संस्कृति 'विविधता में एकता' की प्रतीक है। यही कारण है कि हमारे हर प्रदेश और उसके विविध अंचलों में लोक संस्कृति के नानाविध रूप देखे जा सकते हैं। ये नानाविध रूप आम जन के उत्साह, उमंग और उसके कला प्रेम को अभिव्यक्त करते हैं।कोविड काल में लोक कलाकारों व लोक कलाओं के लिए नई चुनौतियां भी उभरी हैं।     यह सुखद संकेत है कि हमारे देश के युवा मीडिया कर्मियों में आज लोक संस्कृति के प्रति विशेष अनुराग का भाव बढ़ता जा रहा है। राजस्थान विश्वविद्यालय के पत्रकारिता के विद्यार्थी रहे और वर्तमान में बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय (केन्द्रीय), लखनऊ के शोधार्थी गिरीश शास्त्री ने 'भारतीय लोककला के बदलते आयाम' विषय पर पुस्तक संपादित की है। गिरीश शास्त्री साहित्य की विविध विधाओं में भी वे निरंतर लिख रहे हैं । पुस्तक के सह संपादक रोहिताश्व कुमार है जो महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी, बिहार के मीडिया अध्ययन विभाग में शोधार्थी है। पुस्तक का विमोचन इंस्टीट्यूट ऑफ डवलपमेंट स्टडीज, जयपुर के निदेशक प्रोफेसर मोहना कुमार ने किया। साथ में महात्मा गाँधी केन्द्

प्रो. आशीष श्रीवास्तव बने महात्मा बुद्ध परिसर के निदेशक

Image
मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के शैक्षणिक परिसरों में एक और विस्तार हुआ है। बनकट स्थित गांधी भवन के सामने शैक्षणिक गतिविधि के सुचारू संचालन के लिए एक और परिसर बनाया गया है। कुलपति ने 'महात्मा बुद्ध परिसर' नाम से नवनिर्मित इस परिसर के निदेशक शिक्षाशास्त्र संकाय के अधिष्ठाता प्रो. आशीष श्रीवास्तव को नियुक्त किया हैं। प्रो. आशीष श्रीवास्तव विश्वविद्यालय के विभिन्न्न समितियों में भी अपनी सेवाएं दे रहे है।      मगांकेविवि के कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने प्रो. आशीष श्रीवास्तव को बधाई देते हुए कहा कि उनके कुशल नेतृत्व में परिसर का चहुँमुखी विकास होगा। प्रति कुलपति प्रो. जी. गोपाल रेड्डी ने भी प्रो. श्रीवास्तव को बधाई प्रेषित की है। ओएसडी एडमिन प्रो. राजीव कुमार, शिक्षाशास्त्र में एसो. प्रो. मुकेश कुमार, डॉ. रश्मि श्रीवास्तव, डॉ. मनीषा रानी, डॉ. पैथलोथ ओमकार सहित विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों ने प्रो. श्रीवास्तव को बधाई दी है।

आचार्य डॉ. श्रीरंजन सूरिदेव की 95वीं जयंती पर सम्मान समारोह का होगा आयोजन

Image
पटना। आचार्य श्रीरंजन सूरिदेव स्मृति न्यास, पटना के तत्त्वावधान 28 अक्टूबर को हिंदी,संस्कृत एवं प्राकृत के मूर्धन्य विद्वान पुण्यश्लोक आचार्य डॉ. श्रीरंजन सूरिदेव की 95वीं जयंती के पावन अवसर पर समारोह सह सम्मान अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी न्यास के संयोजक अभिजीत कश्यप और सह संयोजक गौरव रंजन एवं शोभित सुमन ने दी।उन्होंने बताया कि समारोह का आयोजन प्रातः10 बजे लोकनायक जयप्रकाश भवन, महिला चरखा समिति, कदमकुआं में होगा। समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में बिहार विधान परिषद के सभापति श्री अवधेश नारायण सिंह उपस्थित रहेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व विधान परिषद सदस्या डॉ. किरण घई करेंगी। आचार्य डॉ. श्रीरंजन सूरिदेव के व्यक्तित्व पर प्रकाशित पुस्तक के संपादक एवं बिहार लोक सेवा आयोग के सदस्य प्रो अरुण कुमार भगत इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता होंगे। इस कार्यक्रम में साहित्यकारों, शोधकर्ताओं एवं आचार्य जी के शिष्य कलमकारों का समागम होगा। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए न्यास के संयोजक अभिजीत कश्य

अमित कुमार का रुद्राक्ष सिरेमिक कंपनी में चयन

Image
मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विवि के प्रबंधन विज्ञान विभाग के छात्र अमित कुमार तिवारी का चयन रुद्राक्ष सिरेमिक कंपनी में क्षेत्र प्रबंधक के पद पर हुई है। वर्तमान में कंपनी द्वारा पोस्टिंग कोटा, राजस्थान में किया गया है। जिसके लिए कंपनी द्वारा तीन लाख रुपये वार्षिक पैकेज का ऑफर किया गया है। अमित 2019-21 बैच के एमबीए के छात्र है और भरकुरिया, गोपालगंज के निवासी है। अमित का कंपनी में चयन होने पर उनके पिता मनोज कुमार तिवारी ने प्रसन्नता जताई। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर विवि के कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने बधाई दी और उनके मंगल भविष्य की कामना की हैं। प्रो. शर्मा ने कहा कि अमित का चयन विश्वविद्यालय परिवार के लिए गौरव की बात है। प्रति कुलपति प्रो. जी. गोपाल रेड्डी ने भी शुभाशीष दिया। वहीं वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय के अधिष्ठाता प्रो. पवनेश कुमार ने कहा कि विवि बहुत कम समय में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। निरन्तर यहां के छात्रों का विभिन्न कंपनी एवं संस्थानों में चयन की खबर विवि के उन्नति का प्रमाण है। यह पूरे विवि के लिए गौरव की बात है। यह सफलता आगे के विद्यार्थियों के

प्रदेशानुभूति कार्यक्रम भारत का ऐक्य है-प्रो.संजीव कुमार शर्मा

Image
 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' प्रकोष्ठ द्वारा हरियाणा प्रदेश पर केंद्रित प्रदेशानुभूति कार्यक्रम का हुआ आयोजन   मोतिहारी। 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' प्रकोष्ठ, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार द्वारा चाणक्य परिसर स्थित पंडित राजकुमार शुक्ल सभागार में 'प्रदेशानुभूति' कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.संजीव कुमार शर्मा ने की। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो.संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का प्रदेशानुभूति श्रृंखला कार्यक्रम केवल मात्र भौगोलिक दूरियों को जोड़ने का माध्यम नहीं है। अपितु भारतवर्ष की वैभवशाली परंपरा में अवगाहन करने,आत्ममूल्यांकन करने का मार्ग है। विराट संस्कृतियों की यह थाती हमारी शक्ति है।  'प्रदेशानुभूति' कार्यक्रम श्रृंखला के अंतर्गत आज 'हरियाणा' राज्य की विरासत एवं संस्कृति केंद्र में थी। जिसकी सुंदर प्रस्तुति प्रो. राजेन्द्र सिंह, अधिष्ठाता, मानविकी एवं भाषा संकाय तथा विभागाध्यक्ष, हिंदी विभाग ने दी। प्रो. सिंह ने पीपीटी के माध्यम से हरियाण

मगांकेविवि में महर्षि पाणिनि ज्ञान - वाङ्मय शोधपीठ का कुलपति ने किया उद्घाटन

Image
मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में महर्षि पाणिनि ज्ञान - वाङ्मय शोधपीठ का उद्घाटन एवं नामकरण समारोह का आयोजन शनिवार को किया गया । शोधपीठ का लोकार्पण विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा के द्वारा सम्पन्न हुआ । साथ ही विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति प्रो. जी.गोपाल रेड्डी का भी सानिध्य मिला। स्वागत उद्बोधन केंद्र के समन्वयक डॉ. भवनाथ पाण्डेय ने दिया।  उद्बोधन के दौरान कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने महर्षि पाणिनि के लघु जीवन वृत को सभी के समक्ष रखा तथा अटल बिहारी वाजपेयी लाईब्रेरी में स्थापित इस शोध केंद्र की सराहना भी की । उन्होंने कहा कि इस शोध केंद्र के माध्यम से आयोजित होने वाले कार्यक्रमों से विश्वविद्यालय के शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों के कौशल विकास को एक नया आयाम मिलेगा। इस केंद्र के माध्यम से सूचना एवं ज्ञान के विभिन्न स्वरुपों का अध्ययन एवं उसपर आधारित वाङ्मय के तथ्यों का सूक्ष्म विश्लेषण सुचारू रूप से हो सकेगा। केंद्र के समन्वयक एवं पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डॉ भवनाथ पाण्डेय ने बताया की इस शोध केंद्र का उद्

निष्काम कर्मयोगी थे दादा कैलाशपति मिश्र : डॉ. रमण

Image
मोतिहारी। दादा स्व. कैलाशपति मिश्र स्वयं में एक संस्थान थे, कर्मयोगी थे। बिहार में भारतीय जनसंघ एवं बाद में भारतीय जनता पार्टी को उन्होंने खड़ा किया, चलना सिखाया और आम जनता से जोड़ा परन्तु वो जिस सम्मान के वास्तविक हकदार हैं, वो शायद ही उनको या उनके परिवार को मिला। 2015 का प्रसंग सबको याद होगा जब उनकी बहू का टिकट तक काट दिया गया। उक्त बातें राजकुमार शुक्ल अध्ययन एवं अनुसंधान केन्द्र, मोतिहारी द्वारा ऑनलाइन आयोजित कार्यक्रम संस्मरणों में कैलाश जी के दौरान विषय प्रवर्तन करते हुए अध्ययन केंद्र के राष्ट्रीय संरक्षक एवं के.वि.वि. के मीडिया विभाग के प्राध्यापक डॉ. साकेत रमण ने कहीं। कैलाशपति मिश्र जी से जुड़े बचपन के अपने एक संस्मरण की चर्चा करते हुए डॉ. रमण ने कहा कि वो ऐसे व्यक्ति थे जिनमें छल- छद्म, राग- द्वेष था ही नहीं, वो इन सभी मानवीय विकारों से ऊपर शुचिता, निष्काम कर्म व त्याग की प्रतिमूर्ति थे। जिंदादिली से मिलना और सबको उसके नाम और गांव से याद रखना उनकी खासियत रही। डॉ साकेत रमण ने स्वर्गीय श्री कैलाशपति मिश्र के जीवन वृत्त को सभी के समक्ष रखते हुए उनके व्यक्तित्व पर प्

प्रख्यात शिक्षाविद एवं समाजसेवी श्री. जनार्दन प्रसाद के पुत्र राजकिशोर प्रसाद(अधिवक्ता) ने महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय को दिया दस लाख का चेक

Image
मोतिहारी।  महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय,बिहार के चाणक्य परिसर में गत 2 अक्टूबर को गाँधी जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय संगोष्ठी के अवसर पर चंपारण के सुविख्यात अर्थशास्त्री, समाजसेवी एवं पत्रकार स्वर्गीय श्री जनार्दन प्रसाद के पुत्र श्री.राजकिशोर प्रसाद ने महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो.संजीव कुमार शर्मा को दस लाख रुपए का चेक प्रदान किया। श्री. राजकिशोर ने यह निवेदन किया कि इस धनराशि का उपयोग उनके पिता के नाम पर विश्वविद्यालय में एंडोमेंट की स्थापना में किया जाए। प्रो.जनार्दन प्रसाद चंपारण के वंदनीय नाम हैं। उन्होंने निःस्वार्थ भाव से हजारों लोगों का उत्थान किया एवं जिले के मुंशी सिंह महाविद्यालय में अपनी सेवा दी। जरूरतमंद विद्यार्थियों के प्रति अथाह प्रेम का ही नतीजा है कि उनके पुत्र श्री.राजकिशोर प्रसाद महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में अपने पिता के नाम पर छात्रवृत्ति एवं पदक स्थापित करना चाहते हैं।  इस अवसर पर महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो.संजीव कुमार शर्मा ने लोगों को बताया कि, प्रोफ़ेसर जनार्दन प्

स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा देने में चम्पारण की भूमि स्तुत्य है-प्रो. संजीव कुमार शर्मा

Image
केविवि में गांधी जयंती पर आयोजित हुआ विभिन्न कार्यक्रम मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विवि में गांधी जयंती के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन की गई। शुभारंभ शनिवार को गांधी भवन, बनकट स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माननीय कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा एवं प्रति कुलपति प्रो. जी. गोपाल रेड्डी एवं अन्य गणमान्य लोगों द्वारा माल्यार्पण, प्रार्थना एवं भारतीय परंपरा के अनुसार दीप प्रज्वलन से हुई । विभिन्न कार्यक्रमों की अध्यक्षता कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति ने सर्वप्रथम महात्मा गांधी की 152 वीं जयंती एवं भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती को स्मरण करते हुए सबको बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी न्याय और लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने वाले व्यक्ति थे। गांधी जयंती हम सभी को अच्छे और नेक बनने के लिए प्रेरित करता है। यह दिन बापू के विचारों को आत्मसात करने का यह एक सुनहरा अवसर भी प्रदान करता है। प्रो. शर्मा ने कहा कि चंपारण की भूमि महात्मा गांधी के प्रारंभिक सफलता की प्र

गांधी केवल हमारे प्रतीक नहीं उपलब्धि हैं- प्रो. संजीव कुमार शर्मा

Image
महात्मा गांधी केवल विचार नहीं अपितु सम्पूर्ण जीवन दर्शन हैं- प्रो. पुष्पा मोतियानी मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी में गांधी जयंती और स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के तहत 2 अक्टूबर, 2021 को सायं 04 बजे से 'वैश्विक परिदृश्य में गांधी मूल्यों का पुनर्पाठ' विषयक संगोष्ठी का आयोजन चाणक्य परिसर, जिला स्कूल स्थित पंडित राजकुमार शुक्ल सभागार में किया गया। कार्यक्रम भौतिक एवं अभाषी दोनों माध्यम से हुआ। अध्यक्षता कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने की। प्रति कुलपति प्रो. जी. गोपाल रेड्डी का भी सानिध्य प्राप्त हुआ। मुख्य अतिथि प्रो. आर. एस. यादव, निदेशक, गांधी अध्ययन केंद्र, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र और विशिष्ट अतिथि प्रो. पुष्प मोतियानी, पूर्व संकायाध्यक्ष, गांधी दर्शन एवं शांति शोध केंद्र, गुजरात विद्यापीठ, अहमदाबाद थी। अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि गांधी वैश्विक पटल के अनोखे शीर्ष राजनीतिज्ञ थे। उनके विचार और मूल्य का पुनर्पाठ से हम बहुत कुछ सीख सकते है। जब चारों ओर अशांति का वात