सरकार की योजना खेती किसानों की जमीन कॉरपोरेट घराने अडानी–अम्बानी को देने की साजिश

मोतिहारी। महासंघ गोप गुट कार्यालय, बेलिसराय, आज क्रांति दिवस  अंग्रेज भारत छोडो आंदोलन की शुरुआत के बाद 15-08-1947. को अंग्रेजी हुकुमरान भारत छोड कर चले गए। आज जब मोदी शाह शासन में अघोषित आपातकालीन लागू है, मजदुरो के रोजगार खत्म कर रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न किया गया है और करीब दो सौ सालो से निर्धारण काम के आठ घंटे को जबरन 12 घंटे कर दिया गया है। मजदूरों के लिए अबतक के 44 श्रम कानून को चार लेबर कोड मे बदल दिया गया है। 
  मजदुरो के श्रम अधिकार, ट्रेड यूनियन अधिकार, हडताल, प्रदर्शन, धरना, विरोध प्रतिरोध के अधिकार को रोका जा रहा है। पूरी दुनिया देख रही है कि किसानो के लिए काले तीन कानून लाकर किसानो के अधिकार खत्म किया जा रहा है और लगातार सरकार वार्ता करने की बहाना कर रही है लेकिन आंदोलन खत्म नहीं करा रही है। सरकार की योजना खेती किसानों की जमीन कॉरपोरेट घराने अडानी–अम्बानी को देने की साजिश है। आज देश के सभी ट्रेड यूनियन की तरफ़ से घोषित क्रान्ति दिवस के अवसर पर देश व्यापी प्रतिवाद के आह्वान पर मोतिहारी में ट्रेड यूनियन एक्टू और सेवा संघ के संयुक्त प्रतिवाद पर सरदार पटेल चौक से जुलुस निकाला गया जो स्टेशन पोस्ट ऑफिस और चरखा पार्क के गांधी प्रतिमा के समक्ष प्रतिज्ञा लिया कि हम आज मोदी कुर्सी छोडो गदी छोडो का आह्वान किया गया। यह बता देना जरुरी है कि 16अगस्त को संध्या मे मशाल जुलुस निकाला जायेगा और 17अगस्त से नगर परिषद मे अनिश्चित कालीन हडताल होगी। 
प्रदर्शन में सैकड़ों कर्मचारियों ने भाग लिया और नेतृत्व भैरव दयाल सिंह, भाग्य नारायण चौधरी, अच्चुतानन्द पटेल, राजेश कुमार, दिनेश कुशवाहा, बिशेश्वर कुशवाहा, भरत राम, वीर बहादुर सिंह, संदीप कुमार, सुनिल कुमार, आदि ने किया। बाद में हडताल को सफ़ल करने की अपील की गयी।

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