संस्कृत भाषा में वैज्ञानिकता छुपी है- हुलास चंद

मोतिहारी। महात्मा गाँधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में कुलपति प्रो संजय श्रीवास्तव तथा मानविकी एवं भाषा संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो प्रसून दत्त सिंह के संरक्षकत्व में एक विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान का विषय था - संस्कृतस्य सम्प्रतिक महत्त्वम् । विशिष्ट वक्ता के रूप में उपस्थित थे श्रीमान् हुलास चंद महोदय, संस्कृत भारती के अखिल भारत पत्राचार प्रमुख। हुलास जी ने संस्कृत भाषा में निहित वैज्ञानिकता व्यावहारिकता और जीवन के तमाम समस्याओं का समाधान संस्कृत भाषा के माध्यम से सम्भव है, इस विषय पर अपना विस्तारित मन्तव्य छात्रों के समीप प्रस्तुत किया। इस अवसर पर संस्कृत के विभाग अध्यक्ष डॉ श्याम कुमार झा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि संस्कृत न केवल एक भाषा है, अपितु भारतीय संस्कृति की वाहिका है। कार्यक्रम में संस्कृतभारती के संगठन मन्त्री श्रवण कुमार,अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष विमलेश कुमार सिंह, हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष अंजनी कुमार श्रीवास्तव के साथ संस्कृत, हिन्दी तथा अंग्रेजी विभाग के अनेक छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे। कार्यक्रम का सञ्चालन संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य डॉ विश्वेश ने किया । मंगलाचरण सुखन घोष के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में परिचर्चा सत्र में संस्कृत भाषा की बोधगम्यता के विषय में छात्रों तथा शिक्षकों के प्रश्नों का उत्तर हुलास चंद्र जी ने दिया । कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य डॉ विश्वजीत बर्मन ने किया। शान्ति मन्त्र के द्वारा कार्यक्रम की समाप्ति हुई।

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