सामूहिक प्रयास से कठिन लक्ष्य प्राप्त करना संभव:-उमेश कुमार सिंह

मोतिहारी। प्रबंध विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित ई-विद्या सीरीज अन्तगर्त टीम बिल्डिंग विषय व्याख्यान में आमंत्रित प्रतिष्ठित वक्ता श्री उमेश कुमार सिंह , मुख्य सर्तकता अधिकारी, यूनियन बैंक आफ इण्डिया, मुम्बई, महाराष्ट्र ने अपने उद्बोधन में कहा, वर्तमान समय में कुशल प्रबन्धन एवं नेतृत्व से ही अपने उद्देश्यों को पूरा किया जा सकता है। इसके लिए आपसी समझ और स्वयं-अभिप्रेरण बहुत आवश्यक है। उन्होनें वास्तविक समय पर सही नेतृत्व, प्रबन्ध निर्देशन और निर्णय को प्रबन्धन एवं संचालन के लिए टीम प्रबन्धन के सिद्धान्त को आवश्यक बताया। प्रबन्ध संचालन एवं तौर-तरीके के लिए वन-फंन्शनल कार्यपद्धति तथा संगठन के अन्दर एक अच्छे नेतृत्व के लिए टीम पारदर्शिता को भी आवश्यक बताया। श्री सिंह ने कहा, टीम सदस्यों के व्यवहार एवं व्यक्तिगत कान्फ्लिक्ट को कम करके ही अपने लक्ष्यो को प्राप्त कर सकते है एवं संगठन का विकास कर सकते है। उन्होनें टीम वर्क के लिये सेल्फ रिफ्लेक्शन को भी आवश्यक बताया जो हमारी अपनी संज्ञानात्मक, भावनात्मक और व्यवहारिक प्रक्रियाओं को देखने और मूल्यांकन करने की क्षमता है। श्री सिंह ने कहा, मनोविज्ञान के दृष्टि में, इस आत्म-अवलोकन के लिए उपयोग किए जाने वाले शब्दों में ‘चिंतनशील जागरूकता’ और ‘चिंतनशील चेतना’ को भी आवश्यक बताया जो आत्म-अवलोकन से उत्पन्न होती हैं जो एक अच्छे टीम नेतृत्व के लिए जरूरी है। उन्होनें कहा, प्रबन्धन के लिए छात्रों के आकलन और परीक्षण जहां नई वास्तविकता के साथ तालमेल बिठाने के लिए बदलाव और मानकीकृत परीक्षण को आदर्श बताया, जो व्यक्तिगत परिणाम प्रदान करते हैं। साथ ही एक अच्छे नेतृत्व एवं प्रबन्धन के लिए टू-वे कम्यूनिकेशन को भी आवश्यक बताया जो संगठन एवं टीम नेतृत्व के लिए बहुत आवश्यक है। 

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजीव कुमार शर्मा ने सभी विशेषज्ञों का आभार प्रकट करते हुए आयोजन की प्रशंसा की और पंडित मदन मोहन मालवीय प्रबंधन विज्ञान विभाग को सफल कार्यक्रम के लिए सराहना व्यक्त की और उन्होंने कहा भविष्य में ऐसे कार्यक्रम होते रहें। कार्यक्रम के संयोजक और पंडित मदन मोहन मालवीय स्कूल आॅफ कामर्स एवं प्रबंध विज्ञान के डीन प्रोफेसर पवनेश कुमार ने ह्यूमन विंग्स मैनजमेन्ट एवं लीडरशिप को बहुत जरूरी बताया तथा नेतृत्व एवं प्रबन्धन गुण विद्यार्थियों और शोधार्थियों में विकसित हो उसके लिए शैक्षणिक स्तर पर विद्यार्थियों और शोधार्थियों को प्रबन्ध एवं नेतृत्व का ज्ञान और मार्गदर्शन को भी आवश्यक बताया। प्रबंध विज्ञान विभाग के शोधार्थी श्री चन्दन वीर ने आमंत्रित सभी विशेषज्ञ मेहमानों को धन्यवाद ज्ञापन दिया। इस सम्मेलन वेबीनार में प्रबंध विज्ञान के डाॅ सपना सुगन्धा, डाॅ स्वाति कुमारी, कार्यक्रम के सह संचालक डॉ अलका ललहाल, एवं श्री कमलेश कुमार, श्री अरूण कुमार तथा 200 से ज्यादा विद्यार्थी, शोधार्थी और अन्य शैक्षिक सदस्यों ने भाग लिया।

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