अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के उपलक्ष्य पर अंतरराष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन

मोतिहारी। अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के उपलक्ष्य पर महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के गांधी एवं शांति अध्ययन विभाग के द्वारा “अशांत विश्व में शांति की खोज" विषय पर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में एगोन स्पीगेल (वेचता विश्वविद्यालय,जर्मनी) और प्रो. जेनेट गर्सन ( अंतरराष्ट्रीय शांति शिक्षण संस्थान, USA) ने ई- माध्यम से शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के कुलपति प्रोफ़ेसर आनंद प्रकाश ने की। गांधी एवं शांति विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.सुनील महावर ने अतिथियों का स्वागत किया। अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार के समन्वयक डॉक्टर असलम खान ने स्वागत वक्तव्य देते हुए अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस वेबीनार का विषय प्रवर्तन प्रस्तुत किया। वेबिनार में शामिल विद्वानों का परिचय देते हुए डॉ. असलम ने कहा कि शांति के लिए हमारे सामने अनेक चुनौतियों विद्यमान हैं।  
प्रथम वक्ता प्रो. जेनेट ने कहा कि शांति शिक्षा को व्यक्तिगत तौर पर प्रशिक्षण के रूप में देना चाहिए जिससे कि एक व्यक्ति से एक अच्छे समाज और अंतिमतः शांतिपूर्ण विश्व का निर्माण हो सके। उन्होंने मार्टिनलुथर किंग को कोट करते हुए कहा कि शांति के लिए हमे अहिंसा के साधन को अपनाना चाहिए जो समुदायों में शांति रूपी साध्य को स्थापित कर सके। 
दूसरे वक्ता प्रो. एगोन ने कहा कि नैतिकता को सर्वोपरि मानना चाहिए और वर्तमान दौर में गांधी के सत्याग्रह के विचार को वास्तविक धरातल पर लाने की आवश्यकता है और आचरण में सदाचार का पालन करना चाहिए।जितने भी शांति से जुड़े संस्थान व स्कॉलर हैं उनको आपस में निरंतर संवाद करना चाहिए। शांति अध्ययन के प्रसार के लिए ट्रांस इकोनॉमी के महत्व को समझाया।
 
कार्यक्रम में अनेक संकाय सदस्यों के प्रश्नों का उत्तर भी विद्वान अतिथियों द्वारा दिया गया । 

अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार की अध्यक्षता महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आनंद प्रकाश ने की। उन्होंने कहा कि शांति दो देशों के प्रतिनिधियों के बीच की बात दिखाई पड़ती है, जनता शांति प्रिय होती है जिनको युद्ध में धकेल दिया जाता है जबकि युद्ध का निर्णय जनता का नहीं होता है। इस अवसर पर महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के अनेक शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। गांधी एवं शांति अध्ययन विभाग के डॉ. जुगल किशोर दाधीच ने धन्यवाद ज्ञापन दिया एवं कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ .अभय विक्रम सिंह ने की।

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