राजनीति विज्ञान विभाग का पहला शोधार्थी रहा आशुतोष आनंद
मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार के राजनीति विज्ञान विभाग के लिए आज एक ऐतिहासिक गाथा का स्वर्णिम पल रहा एवं शैक्षिक व अनुसंधान के विकास के क्रम में आशुतोष आनंद, राजनीति विज्ञान विभाग का पहला शोधार्थी रहा, जिसने अपने शोध को संपूर्ण कर पीएचडी उपाधि हेतु प्रस्तुति दी। डॉ. नरेंद्र सिंह, सहायक आचार्य, एमजीसीयुबी, के मार्गदर्शन में आशुतोष आनंद ने अपना शोध कार्य पूर्ण किया। आशुतोष आनंद के शोध का विषय ‘‘प्रोफेशनलाइजेशन ऑफ एलेक्शनिअरिंग इन इंडिया : अनलाइजिंग प्रोफेशनल कंसल्टैंट्स इम्पैटस ऑन एलेक्शंस (भारत में चुनाव प्रचार का व्यावसायीकरण: चुनावों पर रणनीतिकारों के प्रभाव का विश्लेषण)’’ पर सफल मौखिकी परीक्षा के संपन्न होने के बाद शोध उपाधि प्रदान करने हेतु मौखिक परीक्षा समिति द्वारा संस्तुति प्रदान की गई।
यह विषय अकादमिक समुदाय के लिए अत्यधिक महत्व रखता है, क्योंकि यह भारत में इस क्षेत्र में पहला डॉक्टरेट शोध है। वर्तमान परिदृश्य में इस शोध का महत्व अधिक दिखाई देता है, क्योंकि राजनीतिक दलों में रणनीतिकारों की बढ़ती भूमिका, इस बात का प्रतीक है। भारत में चुनावी परिदृश्य को बदलने में चुनावी रणनीतिकारों की भूमिका को देखते हुए यह विषय बहुत ही प्रासंगिक है। देश में चुनावी रणनीति बनाने वाली एजेंसीज के सन्दर्भ में दिशा-निर्देश देने वाली नीतियों की आवश्यकता पर चल रहा विमर्श इस शोध को अत्यंत ही समसामयिक बनाता है।
इस अवसर पर आयोजित मौखिकी परीक्षा में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली के प्रोफेसर नरेंद्र कुमार बाह्य विषय विशेषज्ञ के रूप में सम्मिलित हुए। उन्होंने शोध की गहराई और प्रासंगिकता की सराहना की। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता, उपादेयता एवं शोध का विषय अत्यंत ही प्रासंगिक एवं समसामयिक है और इस शोध के सुझाव निश्चित तौर पर भारतीय लोकतंत्र को समृद्ध करने में सहभागी हो सकेंगे।
विश्वविद्यालय के सामाजिक अध्ययन संकाय के अधिष्ठाता, प्रोफेसर सुनील महावर ने भी सभी को बधाई देते हुए इस शोध की प्रासंगिकता और उपयोगिता पर संतोष व्यक्त किया।
राजनीति विज्ञान विभाग के सह-प्राध्यापक डॉ नरेंद्र कुमार आर्य ने सभी का स्वागत करते हुए कहा यह शोध सामाजिक और राजनीतिक विमर्श के लिए अत्यंत आवश्यक है।
शोध निदेशक, डॉ. नरेंद्र सिंह ने अनुसंधान उत्कृष्टता के प्रति विश्वविद्यालय के समर्पण एवं सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस शोध की सफलता महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में शोध-गहन वातावरण को विकसित करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
विभागाध्यक्ष डॉ. सरिता तिवारी ने उपस्थित शिक्षकों एवं छात्रों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह शोध हमारे विभाग के अन्य शोधार्थियों एवं छात्रों के लिए प्रेरणादायक साबित होगा तथा चुनाव सुधार के संदर्भ में शोध के निष्कर्षों के दूरगामी परिणाम होंगे।
भारत में चुनावी परामर्श पर यह नवीन शोध भविष्य के अध्ययन के लिए एक आधार स्थापित करता है और शैक्षणिक समुदाय और भविष्य की खोज के लिए अंतर्दृष्टि आधारित शोध के रूप में सकारात्मक भूमिका का निवर्हन कर सकेगा।
इस आयोजन में चाणक्य परिसर के निदेशक प्रोफेसर प्रसून दत्त सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही, इसके साथ ही विश्वविद्यालय के विभिन्न अध्यापकगणों- डॉ जुगल किशोर दाधीच, डॉ सुजीत चैधरी, डॉ कैलाश प्रधान, डॉ असलम खान, डॉ पंकज सिंह, डॉ ओम प्रकाश गुप्ता, डॉ अम्बिकेश त्रिपाठी सहित विद्यार्थियों- निखिल, सर्वेश्वर, ऋचा, मनीष, उज्जवल, पूजा, सुरभी, सुभम, रश्मि, गुरु, अतुल, शिवम्, देबाशीष आदि की प्रतिभागिता रही। सभी ने आशुतोष आनंद को पीएचडी उपाधि हेतु शुभकामनाएं दीं एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
Comments
Post a Comment